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टॉपर टॉक : फरोघ अब्बास::::::संपादित

टॉपर टॉक : फरोघ अब्बास::::::संपादितप्रिस्क्राइब्ड किताब से तैयारी करना रहता है अच्छाफरोघ अब्बास सीजीपीए : 10रैंक : स्कूल टॉपर में शामिल स्कूल : सेंट मेरीज इंगलिश हाइस्कूल, बिष्टुपुर बोर्ड : सीबीएसइ (10वीं)माता-पिता : अंजुम हुसैन, सैयद नैयर हुसैन लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर मेरी पढ़ायी शुरू से ही अच्छी रही. इसलिए सीजीपीए 10 को लेकर विशेष […]

टॉपर टॉक : फरोघ अब्बास::::::संपादितप्रिस्क्राइब्ड किताब से तैयारी करना रहता है अच्छाफरोघ अब्बास सीजीपीए : 10रैंक : स्कूल टॉपर में शामिल स्कूल : सेंट मेरीज इंगलिश हाइस्कूल, बिष्टुपुर बोर्ड : सीबीएसइ (10वीं)माता-पिता : अंजुम हुसैन, सैयद नैयर हुसैन लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर मेरी पढ़ायी शुरू से ही अच्छी रही. इसलिए सीजीपीए 10 को लेकर विशेष दबाव में नहीं रहा. परीक्षा में अच्छा करने के लिए मैंने रूटीन बना लिया था. इसके हिसाब से चला और रोज का होम वर्क उसी दिन पूरा करने की कोशिश करता था. समय पर पूरा कर लिया था सिलेबस मैंने मुख्य परीक्षा से तीन महीने पहले ही सिलेबस पूरा कर लिया था. इसके बाद मैंने सिर्फ रीविजन किया. समय पर सिलेबस पूरा होन से आपको अपने कमजोर बिंदु की तरफ देखने का अवसर मिलता है. आप खास चैप्टर पर विशेष ध्यान दे सकते हैं. सबसे बड़ी बात कि आप अंतिम समय में तनाव मुक्त रहते हैं. सोशल साइंस पर दिया विशेष ध्यान सीबीएसइ में सोशल साइंस में लंबे-लंबे चैप्टर होते हैं. इसे पढ़ना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. मैंने इस विषय की प्रिस्क्राइब्ड किताब के अलावा गाइड से भी तैयारी की थी. इसमें अधिक से अधिक प्रश्न थे. इसलिए मैंने इस पर अधिक ध्यान दिया था. दिसंबर तक इसे पूरा कर लिया था. किताबाें को पढ़ा थॉरोलीमैंने प्रिस्क्राइब्ड किताब से तैयारी की थी. हर विषय की किताब को थॉरोली पढ़ता था. मेरे ख्याल से प्रिस्क्राइब्ड किताब को ध्यान से पढ़ने पर तैयारी को लेकर किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी. हिंदी और इंगलिश पर भी ध्यान दिया था. स्कूल में हिंदी में दोहे आदि का अर्थ ठीक से समझा दिया गया था. स्कूल का माहौल था अच्छा मेरे स्कूल का माहौल काफी अच्छा था. इसका असर बच्चों की पढ़ायी पर पड़ता है. हमलोगों को टीचर का काफी सपोर्ट मिला. सीनियर ने भी हमलोगों को परीक्षा संबंधी कई महत्वपूर्ण बातें बतायी थीं. ऐसे माहौल में पढ़ायी करना अच्छा रहता है. इसका असर निश्चित रूप से रिजल्ट पर पड़ा. जरूर बनायें नोट्स हमलोगों को स्कूल की तरफ से नोट्स दिये गये थे. मैंने फीजिक्स और सोशल साइंस में खुद के नोट्स बनाये थे. अंतिम समय में नोट्स काफी काम आते हैं. इससे कम समय में अधिक पढ़ा जा सकता है. दरअसल, नोट्स में महत्वपूर्ण बातें ही होती हैं. इसलिए इसे एक बार पलट लेने से पाठ की सारी बातें याद हो जाती हैं. नजरअंदाज न करें स्कूल की परीक्षा मैं कहना चाहता हूं कि स्कूल में होने वाले सभी टेस्ट महत्वपूर्ण होते हैं. इसे गंभीरता से लेना चाहिए. इससे बोर्ड परीक्षा की तैयारी होती जाती है. इससे आपको अपनी कमजोरी और मजबूत पक्ष का भी पता चल जाता है. इसे देखकर आपको आगे की अच्छी तैयारी करने का मौका मिलता है. वर्तमान में मैं कोटा में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा हूं. यहीं से ही मैं ग्यारहवीं की पढ़ायी भी कर रहा हूं.बात पते की -प्रायोरिटी सब्जेक्ट पर ध्यान दें -कमजोर विषयों के लिए अलग से समय निकालें -तैयारी के दौरान दबाव में नहीं रहें

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