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वनों की सुरक्षा से रुकेगा वश्वि का विनाश : पीसीसीएफ (ऋषि 2, 3, 4)

वनों की सुरक्षा से रुकेगा विश्व का विनाश : पीसीसीएफ (ऋषि 2, 3, 4)- राज्य के सभी डीएफओ व सीएफ स्तर के अधिकारियों की एक्सएलआरआइ में ट्रेनिंग शुरू वरीय संवाददाता, जमशेदपुरवनों की सुरक्षा से ही विश्व को विनाश से बचाया जा सकता है. इसके लिए पौधरोपण कर उसकी देखभाल और मौजूद पेड़-पौधों को बचना बेहद […]

वनों की सुरक्षा से रुकेगा विश्व का विनाश : पीसीसीएफ (ऋषि 2, 3, 4)- राज्य के सभी डीएफओ व सीएफ स्तर के अधिकारियों की एक्सएलआरआइ में ट्रेनिंग शुरू वरीय संवाददाता, जमशेदपुरवनों की सुरक्षा से ही विश्व को विनाश से बचाया जा सकता है. इसके लिए पौधरोपण कर उसकी देखभाल और मौजूद पेड़-पौधों को बचना बेहद जरूरी है. तभी मानव संस्कृति बच सकती है. उक्त बातें राज्य के पीसीसीएफ बीसी निगम ने कही. श्री निगम सोमवार को एक्सएलआरआइ में दो दिवसीय कार्यशाला के उदघाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का उदघाटन किया. मौके पर आरसीसीएफ शशिनंद क्यूलियार, कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट सत्यजीत सिंह समेत तमाम अधिकारी मौजूद थे. श्री निगम ने कहा कि वनों की सुरक्षा के लिए बेहतर प्रबंधन जरूरी है. वहीं जंगल को किस तरह बचाया जा सकता है, इसपर नये सिरे से विचार करने की जरूरत है. जंगल बचाओ अभियान से आमलोगों को जोड़ना जरूरीइस मौके पर फादर अरुप सेंटर फॉर इकॉलॉजी व सस्टेनेब्लिटी के प्रोफेसर टाटा एल रघु राम ने कई सत्र में 20 डीएफओ व उच्च अधिकारियों को ट्रेनिंग दी. विश्व में हो रहे बदलाव के साथ पर्यावरण व वनों की रक्ष के लिए किये जा रहे उपाय की जानकारी दी. विकास के लिए एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में जंगल को बचाने के लिए आम लोगों को जोड़ने की जरूरत है. इस पर प्रकाश डाला गया. राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नयी योजनाओं को धरातल कैसे उतारना है, इसकी जानकारी दी गयी. कार्यशाला के तकनीकी सेशन में वैश्विक स्तर पर इस दिशा में हो रहे विकास के बारे में जानकारी दी गयी. बताया गया कि क्लाइमेट के साथ हम कैसे न्याय कर सकते हैं. वहीं कैंपा(कंपनसेटरी फॉरेस्ट फंड) राशि के उपयोग की जानकारी दी गयी. गरीबी उन्मूलन में के दिशा में किस तरह काम किया जा सकता है, यह बताया गया.

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