21.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रेलवे में बनें लैब सुपरिंटेंडेंट

रेलवे में बनें लैब सुपरिंटेंडेंटरेलवे विभाग के अस्पतालों में लैब सुपरिंटेंडेंट का भी पद होता है. यहां तक पहुंचने के लिए दो तरह के कोर्स किये जाते हैं. आप दो साल का डिप्लोमा कर सकते हैं. इसे डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजी, यानी डीएमएलटी कहा जाता है. डिप्लोमा बीएससी करने के बाद ही किया जा […]

रेलवे में बनें लैब सुपरिंटेंडेंटरेलवे विभाग के अस्पतालों में लैब सुपरिंटेंडेंट का भी पद होता है. यहां तक पहुंचने के लिए दो तरह के कोर्स किये जाते हैं. आप दो साल का डिप्लोमा कर सकते हैं. इसे डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजी, यानी डीएमएलटी कहा जाता है. डिप्लोमा बीएससी करने के बाद ही किया जा सकता है. इसमें आप बैचलर डिग्री भी ले सकते हैं. इसे बीएससी एमएलटी (बैचलर इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी) कोर्स कहा जाता है. यह तीन साल का कोर्स होता है. दोनों ही कोर्स में दाखिला लेने के लिए न्यूनतम योग्यता बायोलॉजी के साथ इंटर पास है. झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा परिषद द्वारा इसमें दाखिला मिलता है. इसके तहत लैब, एक्स-रे, ओटी, ऑपथेलमिक असिस्टेंट आदि कोर्स में दाखिला लिया जा सकता है. पैथोलॉजी में होने वाले सभी तरह के टेस्ट की रिपोर्टिंग करना लैब सुपरिंटेंडेंट का काम होता है.-श्रीराम कुमार, लैब सुपरिंटेंडेंट

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें