जान बचाने की हर कोशिश में लगा था छोटू जमशेदपुर. छोटू पंडित को अपनी जान पर खतरे का अहसास हो गया था. उसने इसकी जानकारी 15 अक्तूबर को भाजपा के पैड पर एसएसपी को आवेदन देकर भी दी थी. पुलिस की अोर से कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने अपनी जान बचाने के लिए अपने स्तर से हर संभव प्रयास किये थे.घर से निकलना काफी कम कर दिया था, साथ ही घर में सीसीटीवी कैमरा भी लगा रहा था. पड़ोसियों के अनुसार खतरे को देखते हुए छोटू बाइक के स्थान पर चार पहिया पर चलने की तैयारी कर रहा था. इसके लिए उसने पुरानी स्कार्पियो गाड़ी देखी थी अौर एक पड़ोसी से गुरुवार को दिन में ही एक-डेढ़ लाख रुपये उधारी की मांग की थी, ताकि किस्त में गाड़ी खरीद सके. उधारी की स्वीकृति मिलने पर वह पड़ोसी के घर से हंसी-खुशी निकला, जिसके बाद एक अन्य पड़ोसी से भेंट हो गयी अौर उन्हें अपने घर का सीसीटीवी कैमरे का कवरेज दिखाने ले गया.महिलायें करती रही विरोध, नहीं माने शूटरस्थानीय लोगों के अनुसार फोन कॉल आने के बाद छोटू शाम में बाइक से घर से निकला. घर के लोगों ने अकेले जाने से मना भी किया, लेकिन वह नहीं माना अौर तुरंत आने की बात कह कर निकल गया. घर से कुछ दूरी पर स्थित काली मंदिर से थोड़ा आगे जाते ही वहां मौजूद विकास तिवारी व उसके साथियों से उसकी भेंट हो गयी. स्थानीय लोगों के अनुसार दोनों पक्षों में बकझक होने लगी. इस बीच विकास तिवारी ने पिस्तौल निकाल लिया. पिस्तौल देखते ही छोटू भागने लगा जिस पर अपराधियों ने पीछे से गोली चलायी जो उसके पीठ के ऊपर के हिस्से में लगी अौर छोटू भागते हुए मदन चनाचूर वाले के घर के गेट के पास पहुंच कर गिर गया. पीछे से अपराधी भी पहुंच गये. चनाचूर वाले के घर के गेट के पास मौजूद महिलाअों ने मारपीट होने की बात सोंच कर विरोध किया अौर मारपीट नहीं करने की बात कही. अपराधी नहीं माने अौर छोटू को दायीं कनपट्टी के नीचे सटा कर गोली मार दी अौर फरार हो गये. पड़ोसी तथा घरवालों को मारपीट होने की जानकारी मिली अौर सभी भाग कर वहां गये, तब तक अपराधी भाग चुके थे.—————–15 अक्तूबर को छोटू ने एसएसपी को आवेदन देकर जताया था खतरामानगो मंडल भाजपा के मंत्री छोटू पंडित ने 15 अक्तूबर को भाजपा के लेटरपैड पर स्वयं एसएसपी को आवेदन देकर खतरे अौर साजिश की जानकारी देते हुए सुरक्षा की मांग की थी. साथ ही गांधी मैदान दुर्गापूजा कमेटी की अोर से एसएसपी को आवेदन देकर छोटू पंडित को फंसाने की साजिश की जानकारी की जा रही थी. एसएसपी को दिये आवेदन में छोटू पंडित ने कहा था कि 4 सितंबर को ( थाना कांड संख्या 2860/ 15) राजनीतिक कारणों से तेज प्रताप सिंह ने झूठा मुकदमा दर्ज कर उसे आरोपी बनाया गया. इसकी जानकारी वह लेने थाना गया तो उसे जेल भेज दिया गया. तेज प्रताप सिंह के साथी विकास तिवारी जो स्वयं पूर्व में कई मामलों में जेल जा चुका है उसके पिता वीरेंद्र तिवारी द्वारा 13 अक्तूबर को फायरिंग के झूठे मुकदमे में फंसाया गया. छोटू ने तेज प्रताप सिंह उर्फ तेजू, विकास तिवारी के आपराधिक इतिहास की जानकारी देते हुए दोनों मामलों की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी.
BREAKING NEWS
Advertisement
जान बचाने की हर कोशिश में लगा था छोटू
जान बचाने की हर कोशिश में लगा था छोटू जमशेदपुर. छोटू पंडित को अपनी जान पर खतरे का अहसास हो गया था. उसने इसकी जानकारी 15 अक्तूबर को भाजपा के पैड पर एसएसपी को आवेदन देकर भी दी थी. पुलिस की अोर से कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने अपनी जान बचाने के लिए अपने […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement