नोट- फोटो है. डॉ मृनमोय, ऑर्थोपैडिक उम्र बढ़ने के साथ ऑस्टियो ऑर्थेराइटिस की संभावना ऑस्टियो आर्थेराइटिस की बीमारी उम्र बढ़ने के कारण लोगों को हो सकती है. यह बीमारी हड्डी के बीच के गैप के कम होने के कारण होती है. हड्डियों के बीच में कॉर्टिलेज घिस जाता है. जिसके कारण यह समस्या सता सकती है. ज्यादातर यह बीमारी शरीर के उस हिस्से को प्रभावित करती है जिसपर ज्यादा वजन पड़ता है. कमर के ज्वाइंट्स व पैर के घुटनों में यह बीमारी होने की ज्यादा संभावना होती है. बीमारी के होने से देखा गया है कि मरीज के ज्वाइंट्स में जलन जैसा दर्द का एहसास होता है, पैर को मोड़ने, उठने, बैठने में दर्द व काफी असुविधा होती है. बीमारी के बढ़ने पर चलने में काफी समस्या होती है व घूटने में सूजन आ सकता है. बीमारी से बचाव के लिए जरुरी है कि शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होने देना चाहिए, संतुलित आहार का सेवन करने के साथ व्यायाम करना चाहिए. बीमारी का इलाज फिजियोथैरेपी के द्वारा किये जाने के साथ यदि बीमारी ज्यादा बढ़ जाये तो नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के द्वारा इलाज किया जाता है. बीमारी- ऑस्टियो ऑर्थेराइटिसलक्षण- मरीज के ज्वाइंट्स में जलन जैसा दर्द का एहसास होता है, पैर को मोड़ने, उठने, बैठने में दर्द व काफी असुविधा होती है. बीमारी के बढ़ने पर चलने में काफी समस्या होती है व घूटने में सूजन आ सकता है.बचाव- शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होने देना चाहिए, संतुलित आहार का सेवन करने के साथ व्यायाम करना चाहिए.
Advertisement
हेल्थ बुलेटिन 3 असंपादित
नोट- फोटो है. डॉ मृनमोय, ऑर्थोपैडिक उम्र बढ़ने के साथ ऑस्टियो ऑर्थेराइटिस की संभावना ऑस्टियो आर्थेराइटिस की बीमारी उम्र बढ़ने के कारण लोगों को हो सकती है. यह बीमारी हड्डी के बीच के गैप के कम होने के कारण होती है. हड्डियों के बीच में कॉर्टिलेज घिस जाता है. जिसके कारण यह समस्या सता सकती […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement