मीनाक्षी अपनी पुत्री, दामाद सहित एक दर्जन से अधिक रिश्तेदारों के साथ मेले में गयी थीं. सड़क मार्ग से पी मीनाक्षी का शव लेकर उनकी बेटी, दामाद और उनके रिश्तेदार बुधवार शाम को बिष्टुपुर जी टाउन के पास ओ रोड क्वार्टर नंबर 30 में पहुंचे. बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके बड़े बेटे पीवी नारायण ने मुखाग्नि दी.
पीवी नारायण टाटा स्टील के एलडी- वन में कार्यरत हैं. नारायण ने बताया कि घटना मंगलवार सुबह आठ बजे घटी. गोदावरी नदी के कोटगुम्मम पुष्कर घाट पर धार्मिक स्नान के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा था. अचानक वहां भगदड़ मच गयी. इसमें कई श्रद्धालु मारे गये, जिनमें उनकी मां भी थीं. लोग अपनी जान बचाने के लिए गाड़ियों के ऊपर चढ़ गये थे.