जमशेदपुर: पिछले चार चुनाव में दूसरों को अध्यक्ष पद दिलाने में किंग मेकर की भूमिका निभानेवाले सुरेश सोंथालिया सिंहभूम चेंबर एंड कॉमर्स इंड्रस्ट्री के चुनाव में खुद किंग बन गये हैं.
2013-15 के लिए बनी कमेटी में अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुने गये सुरेश सोंथालिया को सिंहभूम चेंबर एंड कॉमर्स इंड्रस्ट्री के अब तक के सबसे युवा अध्यक्ष बनने का गौरव हासिल हुआ है. 48 वर्षीय सुरेश सोंथालिया ने 26 वे अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध तरीके से अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाते हुए इतिहास बना दिया. श्री सोंथालिया ने कहा कि वे विगत 22 वर्षोँ से सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में सक्रिय सदस्य के रूप में दिन रात काम कर रहे हैं. इस दौरान दस अध्यक्षों के साथ काम करने का उन्हें अनुभव प्राप्त हुआ.
1994-1995 में उनकी इंट्री तब हुई जब एके श्रीवास्तव अध्यक्ष चुने गये थे. सोंथालिया कमेटी मेंबर के तौर पर चुने गये थे. इसके बाद 1995-1995 में जीआर गोलेछा के नेतृत्व में पीआरडब्ल्यू सचिव बनाये गये. 1997 से 1999 के बीच आरके चौधरी की अध्यक्षता में टीएंडसी के सचिव बने. 1999 से 2001 में चंदुलाल भालोटिया के साथ पीआरडब्ल्यू सचिव के रुप में काम किया. निर्मल काबरा 2001 से 2003 के बीच जब अध्यक्ष बने, तब वे महासचिव बने. 2003-2005 में दोबारा एके श्रीवास्तव जब अध्यक्ष बने तो वे उपाध्यक्ष पीआरडब्ल्यू बनाये गये. आरएन गुप्ता के अध्यक्ष काल में वर्ष 2005-2007 में वे फिर से महासचिव बन गये.
2007-2009 के बीच उमेश कावंटिया के साथ वे उपाध्यक्ष पीआरडब्ल्यू बनाये गये. बेली बोधनवाला 2009 से 2011 तक अध्यक्ष रहे थे, जिसमें वे महासचिव बने और 2011 से 2013 तक के आरके अग्रवाल के कार्यकाल में वे उपाध्यक्ष पद पर काबिज हुए थे. इस बार साथियों ने उन्हें अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए दवाब बनाया, जिसके बाद नामांकन दाखिल किया था.