उन्होंने प्रशिक्षण को मनसा वाचा कर्मणा से लेने का अनुरोध किया. केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक अभय नारायण तिवारी ने कहा कि आज ज्ञान प्रबंधन एवं भावनात्मक सूझबूझ की जरूरत है.
हमारे पास जो ज्ञान है, उसका आम जीवन में उपयोग हो एवं आज की आवश्यकतानुसार ज्ञान अजिर्त किया जाये. दैनिक जीवन में भावनात्मक समझदारी इसलिए जरूरी है कि शहर में बढ़ती हुई आत्महत्या जैसी समस्याओं से निदान पाया जा सकता है. टाटा स्टील के प्रतिनिधि चीफ एचआरएम बीबी दास ने कहा कि कमेटी मेंबर के लिए जरूरी है कि औद्योगिक संबंध बनाये रखने के लिए कौन-कौन सी समितियां हैं, इन समितियों के संगठन के अंदर क्या-क्या जिम्मेदारियां हैं एवं उनके साथ सामंजस्य कैसे संभव हैं. इस बारे में जानकारी हो. टाटा वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष भगवान सिंह ने भी कमेटी मेंबरों को संबोधित किया. कार्यक्रम प्रभारी शिक्षा अधिकारी सुखदेव नारायण ओझा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी दी. केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड के शिक्षा अधिकारी पशुपति नाथ साह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.