आदित्यपुर: एनआइटी जमशेदपुर ने अपने आसपास की सात बस्तियों का विकास करने का बीड़ा उठाया है. संस्थागत सामाजिक दायित्व के तहत आसंगी, वर्गीडीह, कृष्णापुर, इच्छापुर, बनतागर, कुलुपटांगा आदि बस्तियों में विकास के कई काम किये जायेंगे. एनआइटी को विश्वस्तरीय संस्थान बनाने के लक्ष्य को लेकर यह सब किया जायेगा, क्योंकि यह माना जा रहा है कि जबतक आसपास के लोग शिक्षित व समृद्ध नहीं होंगे तबतक संस्थान का भी विकास नहीं होगा. संस्थान के विकास से उद्योग लगेंगे व रोजगार के अवसर मिलेंगे. उक्त बातें एनआइटी के निदेशक प्रो रामबाबू कोदाली ने आसंगी में स्थानीय लोगों के हुई बैठक में कही. उनके साथ संस्थान के अशोक मेहता, एसबीएल सक्सेना, शैलेंद्र कुमार, सज्जन पासवान, एचएन सिंह, ए तिग्गा, डॉ अमरेश कुमार आदि उपस्थित थे.
शिक्षा के क्षेत्र में होंगे काम
एनआइटी द्वारा बस्ती के 9वीं कक्षा के बच्चों को कोचिंग तथा दसवीं के बच्चों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जायेगा. आइटीआइ प्रशिक्षित युवकों को तीन साल का एडवांस ट्रेनिंग दिया जायेगा. जिसके तहत उन्हें 7500 रु स्टाइपन व प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे.
समिति ने सौंपा ज्ञापन
सर्व विकास समिति आसंगी की ओर से एनआइटी के निदेशक को ज्ञापन सौंपकर पूछा गया कि कितने विस्थापितों को नौकरी दी गयी. साथ ही बताया गया कि मुआवजा का भुगतान नहीं हुआ है. साथ ही मुख्य मार्ग से बस्ती की सड़कों को जोड़ने की मांग की.