इसको लेकर सोमवार को सभी ओपीडी सहित अन्य कार्य बंद रहेंगे. सिर्फ इमरजेंसी व पोस्टमार्टम सेवा ही चालू रहेगी. डॉ झा ने कहा कि अगर प्रशासन आरोपियों को शीघ्र नहीं पकड़ती है तो उग्र आंदोलन किया जायेगा. अपहरण के विरोध में गुमला में डॉक्टरों ने मौन जुलूस निकाला. इसके साथ ओपीडी सेवा को भी ठप कर दिया है. इधर, आइएमए जमशेदपुर शाखा के अध्यक्ष डॉ आरपी ठाकुर ने कहा कि आंदोलन की तैयारी चल रही है. प्रशासन को 48 घंटे का समय दिया गया है. अगर इस दौरान पुलिस अगर चिकित्सक का पता नहीं लगाती है और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है, तो सभी डॉक्टर झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे.
उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान इमरजेंसी सेवा को छोड़ कर सभी कार्य बंद कर कर दिये जायेंगे. उन्होंने कहा कि दु:ख की बात है कि झारखंड सरकार डॉक्टर सुरक्षा एक्ट को लागू नहीं कर रही है. डॉक्टरों के साथ मारपीट व अपहरण से राज्य में दहशत का माहौल कायम है. ऐसी स्थिति में कोई भी डॉक्टर अनजान मरीज को देखने नहीं जायेगा. आइएमए जमशेदपुर के सचिव डॉ मृत्युंजय सिंह ने कहा कि इस तरह से अगर चिकित्सकों का अपहरण होता रहा तथा चिकित्सक प्रताड़ित होते रहे तो कोई भी डॉक्टर भयमुक्त होकर काम नहीं कर सकेगा. उन्होंने सरकार से डॉक्टरों को सुरक्षा देने की मांग की है.