जमशेदपुर: डाक विभाग में कार्यरत आठ कर्मचारियों की नियुक्ति गलत पायी गयी है. सभी की विभागीय जांच की जा रही है. विभाग के एक कर्मचारी के मामले में सीबीआइ जांच करवायी जा रही है.
प्रथम दृष्टया जांच के दौरान पाया गया कि सभी ने गलत तरीके से सर्टिफिकेट बनवा कर विभाग के पास जमा किया था. इस मामले में कार्रवाई के बाद भी विभाग सभी से काम ले रहा है व वेतन दे रहा है. वहीं सीबीआइ द्वारा आरोपी बनाये गये डाक कर्मी से कई गोपनीय और महत्वपूर्ण कार्य करवाये जा रहे हैं. विभाग इस मामले पर मौन है और कोर्ट के फैसले का इंतजार किया जा रहा है.
काउंटर भी संभाल रहे हैं
जमशेदपुर प्रधान डाकघर में डाक सहायक मोहन यादव को पिछले दिनों काउंटर नंबर सात पर पदस्थापित किया गया था. जबकि उन पर पहले से कई आरोप लगाये गये हैं, आखिर किस परिस्थिति में उन्हें काउंटर पर पदस्थापित किया गया, इस सवाल का जवाब आरटीआइ के जरिये मांगा गया था. इस सवाल के जवाब में पत्र संख्या एल/आरटीआइ एक्ट / पब्लिक /13/13-14 के तहत कहा गया कि कर्मचारियों की कमी की वजह से उन्हें काउंटर पर लगाया गया था.
डाक विभाग में जिन कर्मचारियों का आप नाम ले रहे हैं, उन पर फर्जी सर्टिफिकेट के जरिये नौकरी पाने का आरोप है. इस मामले में सभी जेल जा चुके हैं. बेल पर निकलने के बाद उनसे विभाग काम करवा रहा है. उन्हें वेतन भी दिया जा रहा है. कोर्ट का फैसला आने के बाद ही विभाग कोई कदम उठा सकता है. एन सरकार, वरिष्ठ डाकपाल