जमशेदपुर: एनएच 33 को फोरलेन बनाने के क्रम में पारडीह कालीमंदिर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. सड़क अब मंदिर से 10 फीट दूर से होकर गुजरेगी. इसके लिए जल्द ही स्थल चिह्न्ति कर एनएच डायवर्सन की सूचना बोर्ड पर लगा दी जायेगी. इसके लिए पहाड़ी का बड़ा हिस्सा काटा जायेगा. यह जानकारी शुक्रवार को एसडीओ नवीन कुमार ने पारडीह मंदिर पहुंच कर दी.
इस मौके पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्रीअर्जुनमुंडा व महंत विद्यानंद सरस्वती मौजूद थे. मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुंडा ने कहा कि एनएच फोर लेन के संबंध में उनके कार्यकाल में ही समस्या का समाधान निकाल लिया गया था, लेकिन फिर यह मामला कैसे और क्यों हुआ. इस पर चांडिल एसडीओ नवीन कुमार ने बताया कि मंदिर से 10 फीट दूर होकर एनएच गुजरेगी. इसका नया नक्शा स्वीकृत हो गया है. इस पर वन विभाग का क्लियरेंस भी मिल गया है.
तीन मंदिर बचाये गये
चांडिल एसडीओ नवीन कुमार ने प्रभात खबर को बताया कि एनएच-33 की जद में आ रहे पारडीह काली मंदिर के साथ-साथ रांगामाटी मंदिर और बालीगुमा काली मंदिर को भी बचा लिया गया है. इस संबंध में नेशनल हाइवे अथॉरिटी ने चयनित एजेंसी मधुकॉम को निर्देश जारी कर दिया है. पारडीह कालीमंदिर के पास पहाड़ काट कर सड़क बनायी गयी है. इस कारण नये डायवर्सन के लिए मंदिर के ठीक सामने शिव मंदिर को शिफ्ट करना पड़ रहा है. इसके बाद वहां पहाड़ को काटा जायेगा. इसके लिए वन मंत्रलय का एनओसी मिल गया है.