संघ ने गुरुवार से पुराना किराया लेने की घोषणा की है. संघ के महासचिव श्याम किंकर झा ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि किराया प्रति स्टॉपेज एक रुपये कम करने का निर्णय सभी स्टैंड के संचालक एवं प्रत्येक स्टैंड के दस-दस चालकों के बीच लिया गया था. अब सभी टेंपो चालक, यूनियन एवं स्टैंड संचालक इसके विरोध में उतर गये हैं. बिना सभी टेंपो चालकों की अनुमति के इसे लागू करने का आरोप लगाया. टेंपो चालकों का तर्क है कि सिर्फ डीजल के कीमत में कमी हुई है, जबकि खाने के सामान में बेतहाशा वृद्धि हुई है.
किराया कम करने से खुदरा पैसे वापस करने में परेशानी होती है. यात्रियों से विवाद होता है. टेंपो चालक किराया कम होने से प्रतिदिन सौ रुपये का नुकसान होने की बात कहते हुए नुकसान का जिम्मेवार संघ के महासचिव को बता रहे थे. महासचिव श्याम किंकर झा के अनुसार टेंपो चालकों के दबाव के कारण किराया कम करने का निर्णय वापस लिया गया है और 29 जनवरी से पुराना किराया लगेगा. किराया निर्धारण समस्या का समाधान जिला प्रशासन अपने स्तर से करे.