जमशेदपुर: मुसाबनी के बिक्रमपुर में टुसू मेला के दौरान पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शहीद सिपाही दुखिया मुमरू ने सबसे अधिक वीरता दिखायी. दुखिया सहित मुठभेड़ में शामिल सभी सिपाहियों का नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजा जायेगा. दुखिया की मौत को पुलिस एक चुनौती के रूप में लेगी.
इसका बदला हम नक्सलियों से अवश्य लेंगे. दुखिया ने बहुत वीरता का काम किया है. उसके परिवार के साथ पूरा पुलिस विभाग खड़ा है. उसके परिवार को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जायेगी. आश्रितों को नौकरी, बकाया वेतन समेत सभी प्रकार की सुविधाएं दी जायेंगी.
उक्त बातें बुधवार को शहीद दुखिया मुमरू को अंतिम सलामी देने पहुंचे झारखंड के डीजीपी राजीव कुमार ने कहीं. जमशेदपुर पुलिस लाइन में दुखिया मुमरू को पूरे सम्मान के साथ सलामी दी गयी. इस दौरान शहीद के शव को सम्मान के साथ उनके परिवार को सौंपा गया. पुलिस के सभी आला अधिकारियों ने शहीद के परिवार से मिल कर सहानूभूति जतायी. इस दौरान आइजी एमएल मीना (ऑपरेशन), आइजी एमएस भाटिया, आइजी आरके मिश्र (ऑपरेशन, सीआरपीएफ), सीआरपीएफ कमांडेट संजय, एसएसपी अमोल वी होमकर, सिटी एसपी कार्तिक एस, एसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिन्हा, एएसपी शैलेंद्र कुमार वर्णवाल, सहित सभी डीएसपी व पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
नक्सल के खिलाफ अभियान जारी रहेगा
डीजीपी ने बताया कि नक्सल के खिलाफ अभियान लगातार जारी है. वर्तमान में कारो ऑपरेशन चलाया जा रहा है. कई बार पुलिस को बड़ी सफलता मिलती है. वहीं कई बार पुलिस अपने साथियों को खो देती है. जवानों ने मुठभेड़ में नक्सली को मार गिराया, यह गर्व की बात है. पूरी कोशिश रहेगी कि मुठभेड़ में शामिल जवानों को वीरता पुरस्कार मिले.
चेंबर के सदस्यों ने दी श्रद्धांजलि
वहीं शहीद को पुलिस लाइन में सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया, महेश कुमार, राहुल अग्रवाल सहित कई सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी.
परिवार को सभी सुविधाएं मिलेंगी
शहीद को सलामी देने के बाद डीजीपी दुखिया के परिवार के लोगों से बारी-बारी से मिले. दुखिया के भाई चंपई मुमरू से उम्र और शैक्षणिक योग्यता की जानकारी ली. डीजीपी ने बताया कि दुखिया के परिवार का जो भी आश्रित होगा, उसे विभाग की ओर से सभी सुविधाएं मुहैया करायी जायेगी. अब तक का वेतन का पूरा पैसा भी दुखिया परिवार को दिया जायेगा, ताकि भविष्य में उनके परिवार को परेशानी न हो.
पत्नी व मां को सांत्वना
डीजीपी राजीव कुमार ने शहीद दुखिया की पत्नी बांगी मुमरू से मिल कर सांत्वना दी. उन्होंने उनकी मां से मिलकर उनके बेटे की वीरता के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि दुखिया ने मुठभेड़ के दौरान सबसे अधिक वीरता दिखायी. पुलिस विभाग को ऐसे जवान पर फक्र है.