जमशेदपुर: बागबेड़ा के जटा झोपड़ी, सोमायझोपड़ी सहित अन्य क्षेत्रों में डायरिया के बाद अब ब्रेन मलेरिया व जांडिस के मरीज भी मिले हैं. सोमवार को सोमाय झोपड़ी से ब्रेन मलेरिया के दो मरीजों को सदर अस्पताल भेजा गया.
दोनों की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. इस दौरान जानकारी मिली कि तीन दिन पहले ब्रेन मलेरिया से एक बच्ची की मौत हो गयी थी. इसकी जानकारी बच्ची की मां ने सोमवार को क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे कोल्हान के आरडीडी विजय नाथ खन्ना ने दी. उसने बताया कि तीन दिन पहले उसकी बच्ची को सिरदर्द व बुखार की शिकायत थी. उसे इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भरती किया गया था, जहां उसकी मौत हो गयी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाये गये मेडिकल कैंप में दो लोगों में ब्रेन मलेरिया के लक्षण पाये गये. दोनों को इलाज के लिए टीएमएच में भरती किया गया.
क्षेत्र में गंदगी का अंबार, फैल रही है बीमारी
क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे कोल्हान के आरडीडी विजय नाथ खन्ना ने निरीक्षण में पाया कि क्षेत्र में काफी गंदगी है. इसके कारण बीमारी फैल रही है. उन्होंने इस दौरान लोगों से बातचीत की. इसके साथ ही कुआं, चापाकल को भी देखा. उनके साथ फाइलेरिया पदाधिकारी डॉ ए के लाल, जुगसलाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ पी के साहू, सुबोध कुमार झा सहित अन्य मौजूद थे. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में काफी गंदगी है, इसे साफ करने की जरूरत है. चापाकल के पास इतनी गंदगी है, जिसे नहीं हटाया गया तो और बीमारी फैल सकती है. उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख को सौंपी जायेगी.
दो कैंप में 200 लोगों की जांच, सात मरीज मिले
सोमय झोपड़ी में लगे मेडिकल कैंप में सोमवार को 163 लोगों की जांच की गयी. इसमें सात डायरिया व जांडिस के मरीज मिले. वहीं जटा झोपड़ी में लगे मेडिकल कैंप में 38 लोगों की जांच की गयी.
छह मरीजों के दस्त व ब्लड जांच के लिए भेजा गया
सदर अस्पताल में इलाज करा रहे छह डायरिया मरीजों का दस्त व ब्लड जांच के लिए एमजीएम कॉलेज भेजा गया. इसकी जानकारी सिविल सजर्न डॉक्टर विभा शरण ने दी. वहीं टीएमएच से 12 लोगों का ब्लड सैंपल जांच के लिए एमजीएम भेजा गया.
जटा झोपड़ी सहित अन्य जगहों पर चला सफाई अभियान
सोमवार को जटा झोपड़ी, रानीडीह, कोके टोला सहित अन्य जगहों पर सफाई अभियान चलाया गया. इसमें बीडीओ पारूल सिंह, मुखिया सुनील सरदार, ग्राम प्रधान जून मुमरू, पंचायत समिति सदस्य चतुर हेंब्रम, बहादुर किस्कू, राज कुमार गौड़ सहित अन्य लोग शामिल थे. इसके साथ ही पीएचइडी के लोगों ने तीन चापाकल बनाया.