जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन के महामंत्री बीके डिंडा ने अध्यक्ष पीएन सिंह को वर्तमान परिस्थिति में बनाये रखने या को-ऑप्शन करने से इनकार किया है. महामंत्री ने स्पष्ट किया कि वे चुनाव कराना चाहते हैं. उनके फैसले पर लगभग सारे पदाधिकारियों ने (मजबूरी वश ही सही) चुनाव कराने पर अपनी सहमति दे दी. हालांकि, अध्यक्ष पीएन सिंह ने कहा है कि कानून के जानकारों ने उनको चुनाव कराने का ही सुझाव दिया है, जिसके बाद तय हुआ कि टॉप थ्री शुक्रवार को फिर से मीटिंग करेंगे और चुनाव कैसे कराना है, क्या आगे की प्रक्रिया और यूनियन का स्टैंड क्या होगा, इस पर चर्चा की जायेगी, फिर फैसला लिया जायेगा.
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष पीएन सिंह के निर्देश पर शाम करीब पांच बजे ऑफिस बियररों की मीटिंग बुलायी गयी. मीटिंग के दौरान सबसे पहले डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू ने कहा कि चुनाव होने तक अध्यक्ष को बनाये रखा जाये. इस दौरान अध्यक्ष को बनाये रखने के लिए उपाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, शाहनवाज आलम, कोषाध्यक्ष आर रवि प्रसाद, सहायक सचिव सतीश सिंह, भगवान सिंह और आरके सिंह ने भी सहमति व्यक्त की.
इन लोगों ने अध्यक्ष को बनाये रखते हुए जरूरत पड़ी तो को-ऑप्शन कराने की भी मांग कर दी. लेकिन शिवेश वर्मा और अरविंद पांडेय ने इसका विरोध किया. अंत में महामंत्री बीके डिंडा ने कहा कि संवैधानिक संकट से यूनियन को बचाने के लिए एक ही रास्ता है चुनाव कराना. मामला हाइकोर्ट में है, श्रमायुक्त के पास है, जहां से हर हाल में एक से दो माह के भीतर चुनाव कराने का आदेश आ जायेगा. लिहाजा, चुनाव ही एक मात्र विकल्प है. इसके बाद तय हुआ कि जब महामंत्री चाह रहे हैं चुनाव कराना तो चुनाव ही होगा, लेकिन फिर भी टॉप थ्री (अध्यक्ष पीएन सिंह, महामंत्री बीके डिंडा और डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू) फिर से शुक्रवार को बैठक करेंगे, जिसके बाद किसी तरह की कोई फैसला लिया जायेगा.