जमशेदपुर: टाटा स्टील के सेफ्टी व इरगॉनोमिक्स डिपार्टमेंट की ओर से कंपनी परिसर स्थित स्टीलेनियम हॉल में भारी वाहन चालकों के पहले बैच के लिए रक्षात्मक ड्राइविंग प्रशिक्षण का आयोजन किया गया.
चार सत्रों में चलने वाले प्रशिक्षण का उद्देश्य भारी वाहन चालकों के बीच सड़क पर सुरक्षित व्यवहार के प्रति जागरूकता पैदा करना है. प्रशिक्षण में 200 चालकों ने हिस्सा लिया. सत्र का उद्घाटन टाटा स्टील, वीपी शेयर्ड सर्विसेज सुरेश कुमार और रेल सेफ्टी व एपेक्स रोड चेयरमैन सब-कमेटी ने किया. उन्होंने भारी वाहन चालकों के बीच सुरक्षित व्यवहार पैदा कर शून्य दुर्घटना सुनिश्चित करने पर जोर दिया. श्री कुमार ने कहा कि परिवहन सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है. सड़क पर रक्षात्मक ड्राइविंग मानदंडों का पालन करते हुए शून्य दुर्घटना सुनिश्चित की जा सकती है. सेफ इंडिया ( जो सड़क सुरक्षा जागरुकता के प्रति काम करता है) के सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ धीरेंद्र सामेनेनी ने सड़क सुरक्षा से संबंधित अपने अनुभवों को साझा किया.