जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय में बीएड एडमिशन में एक गड़बड़ी प्रकाश में आयी है. एक उम्मीदवार का एडमिशन ग्रेजुएट कॉलेज में हुआ है. मैट्रिक से लेकर स्नातकोत्तर (पीजी) तक के रिजल्ट के आधार पर 27 प्वाइंट पर उसका एडमिशन हुआ है. जबकि उसने ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर (पीजी) यानी एमबीए किया है. एमबीए वोकेशनल कोर्स माना जाता है.
अत: नियमत: एमबीए का प्वाइंट नहीं जुड़ना चाहिए. बावजूद एमबीए के रिजल्ट पर उसे 6 प्वाइंट मिले हैं. इसे घटा देने पर शेष 21 प्वाइंट बचता है. हालांकि यह एडमिशन फिजिक्स की सीट पर हुआ है, जिसमें आवेदकों की भारी कमी है. कुछ ऐसे भी कॉलेज हैं, जहां आवेदक हैं ही नहीं. इसलिए यह एडमिशन प्रभावित होने की संभावना नहीं है, बावजूद एमबीए का प्वाइंट मिलना आश्चर्यजनक है. उम्मीदवार को मैट्रिक के रिजल्ट पर 6, इंटर रिजल्ट पर 5 और बीएससी के रिजल्ट पर 10 प्वाइंट मिले हैं.
विवि में किया था आवेदन
फिजिक्स में उम्मीदवार नहीं होने की वजह से विश्वविद्यालय ने फ्रैश आवेदन की अधिसूचना जारी की थी. विवि में ही प्रोस्पेक्टस खरीद कर आवेदन करना था. अंतिम तिथि 21 जुलाई थी. यह सूचना मिलने पर उम्मीदवार ने गत विवि में आवेदन किया था. आवेदन में उम्मीदवार ने ऑप्शन के तौर पर पहला नाम ग्रेजुएट कॉलेज का लिखा था.