जमशेदपुर: शहर के युवा वर्ग (18-35 वर्ष) तेजी से सिरप और नशीली दवाओं की गिरफ्त में आ रहे हैं. विभिन्न रोगों के इलाज के लिए बनायी गयी दवाओं का इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जा रहा है. ध्यान देने वाली बात है कि इन दवाओं का इस्तेमाल कर अपराधी अपराध को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस के अनुसंधान में ये बातें सामने आयी हैं. बताया जाता है कि दवा विक्रेता बिना लाइसेंस और प्रेसक्रिप्सन के दवाएं बेच रहे हैं.
सिटी एसपी भी ग्राहक बन कर खरीद चुके हैं दवा. सिटी एसपी कार्तिक एस ने मंगलवार को सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के सभागार में व्यापारियों से अपील कहा कि केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन इसपर पहल करें. उन्होंने बताया कि शहर के दो मेडिकल दुकानों पर नार्कोटिक्स एक्ट के तहत मुकदमा किया गया है. वे ग्राहक बनकर टेल्को के मेडिकल दुकान में प्रतिबंधित दवाएं खरीदने गये थे. दवा दुकानदार ने बिना प्रेसक्रिप्सन देखे दवा दे दी. इसके बाद मेडिकल दुकान पर कार्रवाई की गयी.
नशा के साइड इफेक्ट
ऐसे नशा करने वालों को किसी यंत्र से पकड़ा नहीं जा सकता, इसके सेवन से मुंह भी गंध नहीं देता
नशा के बाद लोग पूरी तरह मदहोश हो जाते हैं. उन्हें पता नहीं होता है कि वे गलत कर रहे या सही
ऐसा नशा करने वाले ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रह सकते. यह शराब, तंबाकू से खतरनाक है
नशा के आदि लोग काफी मिठाई खाते हैं, ताकि नशा ज्यादा हो. इसके बाद ये कुछ भी कर सकते हैं
18 से 35 साल के नवयुवक इस नशे के हो रहे शिकार
गंभीर मामला, कार्रवाई होगी
‘‘ यह गंभीर मामला है. इसे लेकर हमने अनुसंधान किया है. अभियान चलाकर ऐसे दवा दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. यह सही है कि बिना प्रेसक्रिप्सन के प्रतिबंधित दवाएं दी जाती है.
-कार्तिक एस, सिटी एसपी, जमशेदपुर
प्रशासन कार्रवाई करे
‘‘जिला प्रशासन कार्रवाई करे. गलत लोगों पर कार्रवाई की जाये, ताकि इसपर रोक लगाया जा सके. -पंकज छाबरा, अध्यक्ष, सिंहभूम केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन