जमशेदपुर : परिवार नियोजन के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. इसके बावजूद हर साल विभाग द्वारा दिये जाने वाले तीन हजार से ज्यादा महिलाओं का बंध्याकरण व एक हजार पुरुष नसबंदी का टारगेट कभी भी पूरा नहीं होता है. जिले के अलग-अलग ब्लॉक से लेकर सदर अस्पताल में बंध्याकरण कराया जाता है. जुलाई 2017 से फरवरी 2018 तक सदर अस्पताल में विभिन्न विधि से 1708 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया. इसमें सामान्य बंध्याकरण, प्रसव के लिए सर्जरी के दौरान ही बंध्याकरण व लेप्रोस्कोपी से बंध्याकरण शामिल है. इसके साथ ही जुलाई 2017 से फरवरी 2018 तक सिर्फ 19 पुरुष का नसंबदी किया गया.
सरकार द्वारा महिलाओं व पुरुषों को इसके लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है. इसके साथ ही सहिया व डॉक्टर, नर्स को भी इसके लिए पैसा मिलता है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉक्टर महेश्वर प्रसाद ने बताया कि पुरुष नसंबदी व महिला बंध्याकरण के लिए पहले लोगों को जागरूक करने के साथ ही इसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देना पड़ता है. उसके बाद ही कोई महिला या पुरुष इसके लिए तैयार होते हैं. उन सभी को सदर अस्पताल लाकर ऑपरेशन किया जाता है.