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जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन. प्रपोजर व सेकेंडर ने गलत तरीके से किया हस्ताक्षर

जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन चुनाव में घोषित कार्यक्रम के अनुसार चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के बीच शुक्रवार को एक और उम्मीदवार को निर्विरोध घोषित कर दिया गया. जबकि चुनाव में नामांकन की जांच और नामांकन वापसी हो चुकी है. इस फैसले से चुनाव प्रक्रिया को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं. बताया जाता […]

जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन चुनाव में घोषित कार्यक्रम के अनुसार चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के बीच शुक्रवार को एक और उम्मीदवार को निर्विरोध घोषित कर दिया गया. जबकि चुनाव में नामांकन की जांच और नामांकन वापसी हो चुकी है. इस फैसले से चुनाव प्रक्रिया को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं.

बताया जाता है कि निर्वाचन क्षेत्र संख्या 38 के सिंटर प्लांट मैकेनिकल में एसके सिन्हा उर्फ भोला सिंह के खिलाफ खड़े प्रत्याशी श्री नायडू को यह कहते हुए अलग कर दिया गया कि प्रोपोजर व सेकेंडर को गलत तरीके से हस्ताक्षर कराया गया था. इस आधार पर भोला सिंह को निर्विरोध हो गये.

मैनेजमेंट के प्रस्ताव पर सत्ता पक्ष ने की बैठक : अब यूनियन के चुनाव कार्यक्रम में भी बदलाव की तैयारी शुरू कर दी गयी है. शुक्रवार को सत्ता पक्ष के ऑफिस बियररों की एक बैठक अध्यक्ष आर रवि प्रसाद की अध्यक्षता में हुई. इसमें तय किया गया कि मैनेजमेंट की ओर से भी कहा जा रहा है कि 21 फरवरी को मतदान कराकर मतगणना का काम भी पूरा कराया जाये तथा सीधे ऑफिस बियरर का चुनाव कराकर उसका भी मतगणना कराने के बाद चुनाव संपन्न कराया जाये.
इसके बाद सत्ता पक्ष के कमेटी मेंबरों को फोन पर जानकारी दी गयी कि वे तत्काल हस्ताक्षर कर एक आवेदन तैयार करें ताकि चुनाव के कार्यक्रम में बदलाव किया जा सके. यह ज्ञापन दे दिया गया है जिसके आधार पर अब कार्यक्रम को बदलने की तैयारी की जा रही है. गौरतलब है कि चुनाव को लेकर मतपत्रों की जांच, नामांकन पत्रों की वापसी के बाद का अंतिम उम्मीदवारों के सूची का प्रकाशन कर दिया गया है, जिसके दूसरे दिन इस तरह की कार्रवाई की गयी, जिसे लेकर कई सारे सवाल उठ रहे है.
वोटर के पीछे वोटर को लगाने की तैयारी : चुनाव में कई विभागों में वोटरों पर दबाव बनाने की भी शिकायतें मिल रही हैं. खास तौर पर बड़े विभाग, जहां पर टॉप थ्री के कई दावेदार हैं, वहां दबाव बनाया जा रहा है. मतदान के दौरान मोबाइल से फोटो खींचकर यह दिखाने को कहा जा रहा है कि किसमें वोट डाला गया है. इसके अलावा वोटर के पीछे प्रत्याशी के वोटर को लगाया जा रहा है ताकि वोट देते वक्त पीछे वाले व्यक्ति को पेपर मोड़ने के पहले वह दिखाये कि किसको वोट दिया है. इसको लेकर बारगेनिंग चल रही है और दबाव भी बनाया जा रहा है.
332 लोगों की हुई ट्रेनिंग : चुनाव कार्य में 332 लोगों को लगाया जायेगा. मतदान व मतगणना से संबंधित इन्हें शुक्रवार को यूनियन के सभागार में ट्रेनिंग दी गयी.
डिंडा का उमेश व भास्कर ने किया समर्थन
यूनियन के महामंत्री बीके डिंडा के ही विभाग से चुनाव जीतकर आने वाले उमेश कुमार सिंह और भास्कर तिवारी ने श्री डिंडा का समर्थन दिया है. इन दोनों ने कहा है कि वे लोग हमेशा उनके साथ रहे है और आने वाले दिनों में ही रहेंगे.
नितेश ने सौंपा जवाब : कमेटी मेंबर नितेश राज ने शुक्रवार को अपना जवाब सौंप दिया. नामांकन नहीं भरने वाले ने उनके खिलाफ शिकायत में कहा था कि उनको धमकाया गया है. नितेश राज ने आरोपों को गलत ठहराते हुए जवाब सौंपा है. चुनाव पदाधिकारी एसके सिंह ने बताया कि अभी उनका जवाब विचारार्थ है.
दोनों पक्ष से बात करने के बाद निर्विरोध घोषित किया : आरओ
रिटर्निंग ऑफिसर एसके सिंह ने बताया कि सिंटर प्लांट के मैकेनिकल के विभाग में प्रोपोजर व सेकेंडर के नाम के बारे में शिकायत आयी थी कि गलत तरीके से हस्ताक्षर कराया गया है. इसके बाद भोला सिंह और श्री नायडू को बुलाकर बातचीत की गयी, जिसके बाद श्री नायडू ने अपनी गलती स्वीकार कर ली और कहा कि अब वे चुनाव नहीं लड़ेंगे. इसके बाद भोला सिंह के निर्विरोध होने को फाइनल कर दिया गया. जहां तक कार्यक्रम में बदलाव की बात है तो इसके लिए आवेदन आया है. आवेदन पर अभी विचार किया जा रहा है. अभी फैसला नहीं लिया गया है.
मजदूरों के हक की लड़ाई नहीं लड़ सकते रवि : रघुनाथ
टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय ने बताया कि बोनस समझौता में पहले ही नुकसान हो चुका है. वेज रिवीजन समझौता, डीए समेत कई सुविधाओं के बारे में मजदूरों के हक की लड़ाई लड़नी है. रवि प्रसाद में वह संघर्ष क्षमता नहीं है.
मजदूरों के लिए संघर्ष करने वाले को चुनें : पीएन सिंह
टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष पीएन सिंह ने कहा कि कर्मचारी इस बार के चुनाव में मजदूर के हक के लिए संघर्ष करने का जज्बा रखने वाले प्रत्याशियों को चुनें. इस बार ग्रेड अहम मुद्दा है. ग्रेड रिवीजन हमेशा एक त्रिपक्षीय समझौता होता है. इसमें यूनियन एवं प्रबंधन के साथ-साथ सरकार भी पार्टी होती है. उन्होंने कहा कि बेहतर ग्रेड रिवीजन के साथ-साथ अन्य समझौता बेहतर हो इस पर कर्मचारी विचार कर योग्य प्रत्याशी का चुनाव करें.

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