जमशेदपुर: टाटा स्टील में पहली बार 1995 में तत्कालीन एमडी डॉ जेजे इरानी ने वीआरएस स्कीम लागू किया था. कंपनी ने 1995 से लेकर अब तक 22 साल में करीब 29 हजार कर्मचारियों की संख्या को कम की है. कंपनी के वेतन खर्च को कम करने के साथ ही कंपनी के कर्मचारियों का भी भविष्य बेहतर रखा जाये, इसका ख्याल रखते हुए देश में पहली कंपनी ऐसी है, जो ऐसी स्कीम लायी है. इस स्कीम में जिसमें यूनियन का हस्तक्षेप नहीं होता है.
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22 साल में कम किये गये 29000 कर्मचारी
जमशेदपुर: टाटा स्टील में पहली बार 1995 में तत्कालीन एमडी डॉ जेजे इरानी ने वीआरएस स्कीम लागू किया था. कंपनी ने 1995 से लेकर अब तक 22 साल में करीब 29 हजार कर्मचारियों की संख्या को कम की है. कंपनी के वेतन खर्च को कम करने के साथ ही कंपनी के कर्मचारियों का भी भविष्य […]
2015-2016 में 1486 लोगों ने लिया था वीआरएस. वित्तीय वर्ष 2015-2016 में 1486 लोगों ने वीआरएस लिया था. इसके बाद 2016-2017 में 40 लोगों ने ही वीआरएस लिया था. वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी ने बताया कि इस बार के स्कीम का ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ लेंगे, ऐसी उम्मीद है.
भारत में 36 हजार कर्मचारी, जमशेदपुर में 18 हजार. टाटा स्टील की वर्तमान में जमशेदपुर, कलिंगानगर और सभी मार्केटिंग व सेल्स के दफ्तर को मिलाकर 36 हजार कर्मचारी हैं, जिसमें से 6 हजार ऑफिसर है. इसी तरह वर्तमान में कंपनी के जमशेदपुर प्लांट में कुल 18 हजार कर्मचारी काम करते है, जिसमें 3500 अधिकारी शामिल है. इसकी संख्या को कम करने के लिए ही यह योजना लायी गयी है.
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