18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

हाथियों का उत्पात जारी, तोड़ा घर

गम्हरिया. हाथियों के उत्पात से गम्हरिया के कई गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है. 35 हाथियों के झुंड ने बुरूडीह पंचायत के कई गांवों के लोगों की नींद हराम कर दी है. शनिवार की रात हाथियों के झुंड ने उक्त क्षेत्र में जमकर उत्पात मचाया. वहीं रविवार सुबह करीब पांच बजे हाथियों ने […]

गम्हरिया. हाथियों के उत्पात से गम्हरिया के कई गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है. 35 हाथियों के झुंड ने बुरूडीह पंचायत के कई गांवों के लोगों की नींद हराम कर दी है. शनिवार की रात हाथियों के झुंड ने उक्त क्षेत्र में जमकर उत्पात मचाया. वहीं रविवार सुबह करीब पांच बजे हाथियों ने रेयाड़दा निवासी लाल किस्कू के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही घर में रखे हजारों रुपये के फसल नष्ट कर दिये. वहीं श्रीधरपुर गांव में भी उत्पात मचाते हुए कई एकड़ जमीन पर उगाये फसलों को बर्बाद कर दिया.
दिन में भी विचरण करते दिखा झुंड : रविवार को हाथियों के झुंड को दिन में विचरण करते देखा गया. दिन में हाथियों के झुंड के आ जाने से ग्रामीणों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. रविवार सुबह हाथियों के रेयाड़दा व श्रीधरपुर गांव के मध्य सड़क पर विचरण किये जाने से उक्त मार्ग पर घंटों आवागमन बाधित रहा.
ये हैं प्रभावित गांव : रेयाड़दा, श्रीधरपुर, सालमपातर, बड़ामारी, शिवपुर.
इनके फसलों को किया बर्बाद : सुकेन्दु लोहार, बागुन हांसदा, धनी राम मार्डी, दशरथ हांसदा, चेतन मार्डी, अर्जुन मंडल.
हाथियों के डर से रतजगा कर रहे ग्रामीण : हाथियों के खौफ से बचने के लिए ग्रामीण रतजगा कर रहे हैं. ग्रामीणों ने जगह-जगह मशाल जलाकर हाथियों को गांव से बाहर करने का प्रयास किया. इसके अलावा जंगलों में ट्रैक्टर के माध्यम से झुंड को खदेड़ा जा रहा है.

वन विभाग की टीम ने किया दौरा
रविवार को वन विभाग की टीम ने गांव का दौरा किया. टीम के सदस्य पीड़ित ग्रामीणों से मिले व क्षतिपूर्ति का आश्वासन दिया. साथ ही ग्रामीणों के बीच टॅार्च, पटाखा व मशाल का वितरण किया गया. इसके अलावा किसानों के बीच क्षतिपूर्ति का फार्म बांटा गया. मौके पर मुखिया सोखेन हेंब्रम, वनपाल दिलीप मिश्रा, वनकर्मी अजय कुमार सिंह समेत विभाग के लोग उपस्थित थे.
हाथी आये तो क्या करें
अफवाह न फैलायें, जंगली हाथियों को न छेड़ें, पत्थर, तीर आदि से वार न करें. देवता समझकर न पूजा करें और न ही प्रसाद के रूप में केला चढ़ायें. हाथी होने की आशंका वाले जंगलों में जलावन की लकड़ी काटने और मवेशी चराने न जायें, रात को अकेले या नशे की हालत में न निकलें. हमेशा झुंड के साथ निकलें व अपने साथ शोर- शराबा करने वाले सामान रखें. ग्रामीण हड़िया, दारू, देसी शराब का प्रयोग न करें. उसके गंध से भी हाथी आकर्षित होते हैं. हाथियों के आने की सूचना नजदीकी थाना या वन विभाग को दें. गांव के बड़े व मोटे वृक्ष पर मचान बनाकर तीन-चार के झुंड में पहरा दे सकते हैं. हाथी आने या किसी को दिखाई देने पर शोर मचाना शुरू कर दें. पेड़ के नीचे आग जलाये.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें