आदित्यपुर. राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थान आदित्यपुर में सत्र 2015-18 के छात्रों की थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा में गणित की कॉपी जांचने में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. यहां के भुक्तभोगी छात्रों ने बताया कि उत्तर पुस्तिका की जांच में लापरवाही के कारण 14 छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है.
आरटीआइ एक्ट के तहत उत्तर पुस्तिका प्राप्त करने पर पता चला कि शिक्षक ने सवाल सही बनाने पर भी आठ की जगह चार अंक दिये और कई सही सवालों में भी शून्य अंक बैठा दिया. इतना ही नहीं दूसरे पन्ने में किये गये सवाल के हल को देखा ही नहीं गया. छात्रों की परीक्षा को-अॉपरेटिव कॉलेज में हुई थी और कॉपी की जांच गम्हरिया स्थित महिला पॉलीटेक्निक के शिक्षक ने की थी. छात्रों की शिकायत पर डिपुटी कंट्रोलर रांची ने उक्त विषय की उत्तर के पुस्तिका के पुनर्मूल्यांकन की सूचना जारी की है, लेकिन अबतक कुछ नहीं हुआ है. इस बीच विशेष परीक्षा की तिथि भी निकाल दी गयी. इससे छात्रों को विवश होकर इस परीक्षा में बैठने के लिए शुल्क जमा करना पड़ा.
दोषी को दंड देने का है प्रावधान : संस्थान के प्राचार्य वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि उक्त छात्र पढ़ाई में अच्छे हैं. इस पर स्टेट बोर्ड की कमेटी निर्णय लेगी. उक्त मामले में परीक्षक की लापरवाही सामने आ रही है. यदि उसकी गलती है, तो उसे दंड देने का प्रावधान है. फेल होने की स्थिति में हेड परीक्षक कॉपी खुद देखते हैं, लेकिन लगता है उनके द्वारा भी कॉपी की जांच नहीं की गयी.
जर्जर भवन से प्रशिक्षण बाधित : संस्थान का भवन पूरी तरह जर्जर हो जाने के कारण यहां के छात्रों की प्रयोगशालाओं की कक्षाएं बाधित हो रही है. भवन निर्माण में देरी की वजह बतायी जा रही है कि सरकार द्वारा बहाल चार पीएसयू की समय सीमा समाप्त हो गयी थी. उनका निबंधन पुन: किया गया है. उधर भवन के अभाव में अन्य व्यवस्था के लिए मिलने वाली राशि भी नहीं प्राप्त की जा रही है, जबकि झारखंड के 13 में से 12 पॉलीटेक्नीक संस्थानों की स्थिति चकाचक हो चुकी है. यहां महिला छात्रावास का निर्माण पूरा नहीं हुआ है.