जमशेदपुर : जिला में चल रही स्वास्थ्य योजनाओं की विस्तृत जानकारी लेने रविवार को दिल्ली व रांची से 17 सदस्यीय कॉमन रिव्यू टीम शहर पहुंची. टीम में 10 दिल्ली व 7 सदस्य रांची के शामिल किये गये हैं. टीम ने सबसे पहले सिविल सर्जन ऑफिस में सिविल सर्जन डॉ महेश्वर प्रसाद व सभी केंद्र प्रभारियों […]
जमशेदपुर : जिला में चल रही स्वास्थ्य योजनाओं की विस्तृत जानकारी लेने रविवार को दिल्ली व रांची से 17 सदस्यीय कॉमन रिव्यू टीम शहर पहुंची. टीम में 10 दिल्ली व 7 सदस्य रांची के शामिल किये गये हैं.
टीम ने सबसे पहले सिविल सर्जन ऑफिस में सिविल सर्जन डॉ महेश्वर प्रसाद व सभी केंद्र प्रभारियों व अन्य पदाधिकारियों के साथ आठ घंटे तक बैठक की तथा जिला में चल रही स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में जानकारी ली तथा संबंधित डाटा भी देखा. इस दौरान टीम ने पाया कि शहर की तुलना में ग्रामीण इलाकों में प्रसव की सुविधा कम होने के कारण वहां संस्थागत प्रसव कम हो रहे हैं. इसको बढ़ाने के लिए क्या किया जा सकता है तथा क्यों ग्रामीण इलाकों में प्रसव कम हो रहे हैं. इसके बारे में प्रभारियों से पूछा. टीम ने यह भी पाया कि जिला में डॉक्टरों की भारी कमी है. इसका भी असर स्वास्थ्य सेवा पर पड़ रहा है. टीम ने अर्थ क्लिनिक, टीकाकारण, गर्भवती महिलाओं की जांच समेत अन्य योजनाओं की जानकारी ली. जिला में एंबुलेंस की भी काफी कमी पायी गयी तथा टीम ने इसे बढ़ाये जाने पर बल दिया.
जांच के लिए बनी टीम. कॉमन रिव्यू टीम के सदस्यों ने सिविल सर्जन ऑफिस में बैठक कर जांच की रणनीति बनायी. टीम का नेतृत्व डॉ सुरेश मोहम्मद व डॉ विजय कुमार कर रहे हैं. इनके नेतृत्व दो टीम बनायी गयी है. एक-एक टीम में जिला के पदाधिकारियों को मिलाकर 10-10 लोग हैं. सोमवार को टीम के सदस्य घाटशिला व बहरागोड़ा का निरीक्षण करेंगे जायेगा.
डॉक्टरों को जेनेरिक दवा लिखने का आदेश. टीम के सदस्यों ने सदर अस्पताल का भी निरीक्षण किया. इस दौरान पाया कि डॉक्टर ब्रांडेड दवा लिखे रहे हैं. डॉक्टरों को जेटीम के सदस्यों ने सभी प्रभारियों से कई सवाल किये. इसमें कई प्रभारी ऐसे थे जो जवाब नहीं दे सके. टीम द्वारा क्वालिटी इंश्योरेंस व कायाकल्प में क्या किया जाता है इस बारे में पूछे जाने पर कई प्रभारियों ने कोई जवाब नहीं दिया.
इन योजनाओं की होगी जांच
- मातृ व शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिए संचालित योजनायें
- गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली जननी शिशु सुरक्षा योजना
- मदर एंड ट्रैकिंग योजना
- बच्चों को होने वाला टीकाकरण
- कुपोषण को रोकने के लिए संचालित योजनायें
- कुपोषण उपचार केंद्र पर मिलने वाली सुविधायें
- संस्थागत प्रसव की स्थिति
- एमजीएम, सदर अस्पताल व उप-स्वास्थ्य केंद्रों पर मिलने वाली सुविधायें
- डेंगू, चिकनगुनिया फैलनेकी वजह