इसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल प्रभारी प्राचार्या डॉ. मुदिता चंद्रा से मिला. नेताओं ने आरोप लगाया कि कई छात्राओं का काफी कम नंबर से कैरीओवर और ईयर बैक लगा दिया गया है. प्रैक्टिकल एग्जाम में एक छात्रा को पांच नंबर से फेल कर दिया गया है. नेताओं ने एक और काॅन्ट्रैक्ट टीचर की शिकायत प्रभारी प्राचार्या से की. शिकायत में बताया है कि शिक्षक जिसे ट्यूशन पढ़ा रहे हैं, उन्हें ही पास कर रहे हैं. अन्य छात्राओं के साथ उक्त शिक्षक का व्यवहार ठीक नहीं है. प्रभारी प्राचार्या ने छात्राओं से लिखित शिकायत करने को कहा.
उन्होंने आश्वासन दिया कि कॉलेज प्रबंधन छह नवंबर को इस मुद्दे पर बैठक कर निर्णय लेगा. छात्र नेताओं का कहना था कि अभी तक छात्राओं को पास अंक की जानकारी कॉलेज प्रबंधन द्वारा नहीं दी गयी है. कॉलेज की वेबसाइट में अभी भी उत्तीर्ण अंक 33 बताया जा रहा है, जबकि सीबीसीएस के लागू होने के बाद यह पास मार्क्स 45 हो गया है. प्राचार्या से मिलने वालों में मो. सरफराज, अरुण मुर्मू, प्रिंस सिंह, पप्पू यादव सहित कई जेसीएम कार्यकर्ता उपस्थित थे.