सिंटू सिंह पर फायरिंग समेत कई मामले दर्ज हैं. आदित्यपुर क्षेत्र में कांग्रेसी नेता शान बाबू मुखी हत्याकांड में उसके सहयोगियों का नाम आने के बाद उसे घाघीडीह जेल से सरायकेला जेल भेजा गया था. सिंटू सिंह पर दो वर्ष पूर्व चेपापुल के पास गोली भी चली थी.
उसके जेल से छूटने की संभावना को देखते हुए जिला पुलिस ने उस पर सीसीए लगाने की अनुशंसा की थी, जिस पर उपायुक्त अमित कुमार ने मंजूरी प्रदान कर दी. जिला पुलिस की अनुशंसा पर जिला प्रशासन द्वारा इससे पूर्व सिंटू सिंह के सहयोगी संतोष थापा पर सीसीए लगाया जा चुका है तथा गुड्डू पांडेय पूर्व से तड़ीपार है. जसवीर सिंह अखिलेश सिंह का करीबी सहयोगी माना जाता है.