सुडा के निदेशक राजेश शर्मा ने निर्देश दिया है कि पार्क बनाये जाने में बाधा उत्पन्न करने वाले लोगों के खिलाफ उपायुक्त से बात कर प्राथमिकी दर्ज करायी जाये. कांटा मैदान में 3.78 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस पार्क की चहारदीवारी का काम चल रहा है. यह जानकारी देते हुए नगर निगम के सिटी मैनेजर अजय कुमार ने बताया कि बैठक में इस योजना के अन्य पार्कों के लिए जमीन से संबंधित जानकारी ली गयी और आवश्यक निर्देश दिये गये. अम्रुत योजना के तहत शहर का दूसरा पार्क डब्ल्यू टाइप में बनेगा. इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है.
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अम्रुत योजना: कांटा मैदान में बन रहा 3.78 करोड़ से पार्क, बाधा पहुंचाने वाले नपेंगे
आदित्यपुर: केंद्र सरकार की अटल मिशन फॉर रीजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉरमेशन (अम्रुत) योजना के तहत आदित्यपुर शहर में बन रहे पहले पार्क को लेकर स्थानीय लोगों ने विवाद खड़ा किया है. कांटा मैदान में बन रहे इस पार्क के बारे में लोगों का कहना है कि यहां सिर्फ चहारदीवारी ही बनायी जाये. इसकी सूचना राज्य […]
आदित्यपुर: केंद्र सरकार की अटल मिशन फॉर रीजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉरमेशन (अम्रुत) योजना के तहत आदित्यपुर शहर में बन रहे पहले पार्क को लेकर स्थानीय लोगों ने विवाद खड़ा किया है. कांटा मैदान में बन रहे इस पार्क के बारे में लोगों का कहना है कि यहां सिर्फ चहारदीवारी ही बनायी जाये. इसकी सूचना राज्य शहरी विकास प्राधिकार (सुडा) की बैठक में दी गयी.
प्रत्येक वर्ष बनेगा एक पार्क
अम्रुत योजना में आदित्यपुर शहरी क्षेत्र के पांच स्थानों पर प्रत्येक वर्ष एक-एक पार्क बनाने का प्रस्ताव है. वित्तीय वर्ष 2015-16 में कांटा मैदान व 2016-17 में डब्ल्यू टाइप में पार्क निर्माण का स्थल चयनित हुआ है. अब 2017-18 व इससे आगे के लिए पार्क की जमीन खोजी जा रही है. विभाग का मानना है दो पार्क आवास बोर्ड की जमीन पर बनाना तय हुआ है, इसलिए अब राज्य सरकार की जमीन पर कुछ पार्क बने. इसके लिए अंचल कार्यालय से सीतारामपुर व मीरूडीह में जमीन उपलब्ध होने की बात कही गयी, लेकिन ऐसे क्षेत्र में पार्क बनाने पर बल दिया जा रहा है जहां इसका लाभ अधिक-अधिक लोगों को मिले और राजस्व भी प्राप्त हो. इसलिए घनी आबादी वाले क्षेत्र के आसपास पार्क के लिए जमीन तलाशी जा रही है. अम्रुत योजना में सिवरेज-ड्रेनेज व जलापूर्ति योजना का भी काम होने वाला है. इसमें भी जमीन की आवश्यकता पड़ेगी. इसलिए सरकारी जमीन की कमी महसूस की जा रही है.
पार्क में रहेगी कई तरह की सुविधाएं
अम्रुत योजना के पार्क में सिर्फ चहारदीवारी, पाथवे व फव्वारे ही नहीं रहेंगे, बल्कि घास के मैदान, जिम व बहुद्देश्यीय भवन भी बनेंगे. जिसका उपयोग लोग शादी-विवाह आदि कई प्रकार के काम में कर सकते हैं. पार्क में गार्ड के अलावा इसके रख-रखाव के लिए कर्मचारी होंगे. इससे स्थानीय निकाय को राजस्व प्राप्त होगा.
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