जमशेदपुर: झामुमाे जिलाध्यक्ष रामदास साेरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के इशारे पर भाजपा नेता झामुमाे सुप्रीमाे शिबू साेरेन आैर कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत साेरेन पर भ्रष्टाचार के मनगढ़ंत आराेप लगा रहे हैं. यदि मुख्यमंत्री में हिम्मत है ताे वे झारखंड के अब तक के सभी मुख्यमंत्रियाें आैर अपनी पार्टी के सभी जिलाध्यक्षाें की संपत्ति […]
जमशेदपुर: झामुमाे जिलाध्यक्ष रामदास साेरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के इशारे पर भाजपा नेता झामुमाे सुप्रीमाे शिबू साेरेन आैर कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत साेरेन पर भ्रष्टाचार के मनगढ़ंत आराेप लगा रहे हैं. यदि मुख्यमंत्री में हिम्मत है ताे वे झारखंड के अब तक के सभी मुख्यमंत्रियाें आैर अपनी पार्टी के सभी जिलाध्यक्षाें की संपत्ति की सीबीआइ जांच कराये. मुख्यमंत्री काे अपने आस-पास बैठे भ्रष्टाचारियाें पर भी ध्यान देना चाहिए.
श्री साेरेन मंगलवार काे निर्मल महताे गेस्ट हाउस में संवाददाताओं से रू-ब-रू थे. रामदास साेरेन ने कहा कि 2005 के टाटा समझाैते के तहत कहा गया था कि गलती से यदि खतियानधारियाें की जमीन यदि कंपनी के अंदर चली गयी हाेगी ताे उसे वापस कर दिया जायेगा. डेढ़ दर्जन से अधिक आवेदनाें पर फैसला आने के बाद उन्हें जमीन वापस नहीं दी गयी.
झामुमाे ने तय किया है कि जमीन वापसी के मामले काे उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना दिया जायेगा. संवाददाता सम्मेलन में लालटू महताे, महावीर मुर्मू, सागेन पूर्ति, गुरमीत सिंह गिल, प्रमाेद लाल, राज लकड़ा, कालीपदाे गाेराई, विनाेद डे, प्रीतम हेंब्रम माैजूद थे.