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52 से बढ़ कर ” 645 करोड़ की हुई योजना

हाल. 12 वर्षों में भी नहीं शुरू हुआ रिंग रोड का काम हजारीबाग : हजारीबाग रिंग रोड का काम 12 वर्ष में भी शुरू नहीं हो पाया है. इससे न सिर्फ लोगों की परेशानियां बढ़ी है, बल्कि शहर में ट्रैफिक का दबाव भी अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है. रिंग रोड के मामले में अब तक […]

हाल. 12 वर्षों में भी नहीं शुरू हुआ रिंग रोड का काम
हजारीबाग : हजारीबाग रिंग रोड का काम 12 वर्ष में भी शुरू नहीं हो पाया है. इससे न सिर्फ लोगों की परेशानियां बढ़ी है, बल्कि शहर में ट्रैफिक का दबाव भी अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है. रिंग रोड के मामले में अब तक किसी तरह की गंभीरता नहीं दिखायी गयी है.
एक दशक में रिंग रोड की प्राक्कलन राशि भी 52 करोड़ से बढ़ कर 645 करोड़ की राशि हो गयी है. रिंग रोड नहीं होने से बड़े वाहनों का 24 घंटे शहर में आवागमन हो रहा है. वहीं शहर से बाहर निकलनेवाले वाहन का विभिन्न मुहल्लों से होकर गुजर रहे हैं. वर्तमान में शहर की आबाद दो लाख हो गयी है. एनएच-33 एवं एनएच-100 शहर के बीचों-बीच है. इस कारण शहर में प्रतिदिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. वहीं आम लोग बढ़ते प्रदूषण से भी प्रभावित हो रहे हैं.
क्यों नहीं शुरू हुआ काम: हजारीबाग-पटना-बरही मार्ग नगवां सिंदूर से हजारीबाग-रामगढ़ रोड कोनार पुल तक का काम एनएचआइ ने शुरू नहीं किया. बरही से हजारीबाग तक एनएच-33 सड़क का काम एनएचआइ के ठेकेदार अभिजीत ग्रुप का कोल आवंटन विवाद में फंसने के बाद रूक गया. इस कारण रिंग रोड के पहले भाग का काम रुका हुआ है. जबकि भूमि अधिग्रहण व नक्शा में कोई विवाद नहीं है.
दूसरा भाग रिंग रोड का हजारीबाग-पटना रोड से मंडई रोमी कदमा होते हुए बड़कागांव रोड तक सड़क का नक्शा शहर के बाहर है, जबकि हजारीबाग रामगढ़ रोड से कोनार पुल के पास से हुरहुरु होते हुए बड़कागांव रोड तक रिंग रोड का नक्शा बना था, जो शहर के अंदर आबादी से होकर रिंग रोड गुजर रहा था. इस पर विवाद था. इसके बाद हजारीबाग, रामगढ़ रोड से बड़कागांव रोड तक रिंग रोड को शहर के बाहर से ले जाने का मामला उठा. रिंग रोड के नक्शे को लेकर झारखंड सरकार ने कई बार पथ प्रमंडल विभाग के अधिकारियों के साथ योजना की समीक्षा की. इस कारण यह योजना शुरू नहीं हो पाया. प्राक्कलन व नक्शा की स्वीकृति नहीं मिल पायी.
नक्शा को लेकर सरकार का पत्र जारी: हजारीबाग रिंग रोड एनएच-100 रेवाली से एनएच-33 मासीपीढ़ी पथ का भूमि अधिग्रहण समर्पित करने के लिए राज्य राज मार्ग प्राधिकार सदस्य प्रशासन ने कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल हजारीबाग को पत्र भेजा है. पत्र संख्या 1341 दिनांक 4.10.16 के माध्यम से जारी किया गया है. पत्र में मासीपीढ़ी, खपरियावां, सिरसी, डामोडीह, रेवाली में भूमि अधिग्रहण कर पूरी जानकारी मांगी गयी है. पथ प्रमंडल विभाग ने भू-अर्जन के लिए हजारीबाग भू-अर्जन कार्यालय को यह पत्र भेजा है.
21 गांव में भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू हुई: हजारीबाग रिंग रोड के लिए 2004-05 से 21 गांव में सड़क के लिए भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू हुई. 135.72 एकड़ रैयती भूमि और 39.53 एकड़ गैरमजरुआ भूमि की अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू की गयी. रिंग रोड का नक्शा तैयार हुआ.
डीपीआर बनाने के लिए रांची के सेमसंग प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड समेत कई और कंपनियों को दिया गया. इसमें एक करोड़ से अधिक की राशि खर्च हो गयी. पीडब्यूडी विभाग से यह सड़क झारखंड स्टेट हाइवे ऑथोरिटी, रांची को स्थानांतरित कर दिया. झारखंड स्टेट ऑथोरिटी ने नया डीपीआर बनाया है. जून 2015 में रिंग रोड को शहर से बाहर ले जाने के लिए जो प्रस्ताव सरकार को उपलब्ध हुआ. इसके बाद फरवरी 2016 में फिर प्राक्कलन व डीपीआर में बदलाव का काम शुरू हुआ.
भूमि अधिग्रहण में लग गये 12 वर्ष: अक्तूबर 2016 में पथ निर्माण विभाग के मुख्य सचिव ने रिंग रोड के नये नक्शे के लिए भूमि अधिग्रहण की स्वीकृति दी. अब झारखंड स्टेट ऑथोरिटी फिर रिंग रोड का एक हिस्सा हजारीबाग रामगढ़ रोड मासीपीढ़ी से रेवाली तक नया नक्शा तैयार कर रही है. रिंग रोड के नक्शा, डीपीआर, प्राक्कलन, भूमि अधिग्रहण के काम में ही 12 साल लग गये हैं. अब योजना स्वीकृत होगी, तो सड़क बनाने में कितने दिन लगेंगे, इसका इंतजार शहरवासियों को है.
क्या है योजना
वर्ष 2004-05 में हजारीबाग के रिंग रोड बनाने की योजना तैयार की गयी थी. रिग रोड दो भागों में बनना था. पहले भाग को हजारीबाग-बरही रोड नगवां सिंदूर से कनहरी रोड, जबरा होते हुए कोनार पुल तक हजारीबाग-रामागढ रोड तक मिलाना है. यह कार्य एनएचआइ को करना है.
वहीं दूसरे भाग को हजारीबाग-पटना रोड नगवां सिंदूर से मंडई, रोमी, अतिया, कस्तूरीखाप, कदमा होते हुए बड़कागांव रोड तक और बड़कागांव रोड से हजारीबाग, रामगढ़ रोड एनएच-33 तक मिलाना है. झारखंड सरकार की ओर से शुरुआत में रिंग रोड निर्माण के लिए प्राक्कलित राशि 52 करोड़ रुपये बनायी गयी थी. आज यह राशि बढ़ कर 645 करोड़ हो गयी है.

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