हजारीबाग : मेरू स्थित सीमा सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र के रानी लक्ष्मी बाई परेड ग्राउंड में शनिवार को 351 नव आरक्षक दीक्षांत परेड में शामिल हुए. प्रकाश चंद्र शर्मा महानिरीक्षक प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय हजारीबाग, केएल शाह उप महानिरीक्षक सहायक और राजेश कुमार कमांडेंट सहायक ने परेड की सलामी ली.
महानिरीक्षक ने कहा कि नव आरक्षकों के लिए दीक्षांत परेड का विशिष्ट महत्व है. उनके जीवन के यादगार क्षणों में से एक है. आनेवाले दिन चुनौतियों भरा हो सकता है. जबकि प्रशिक्षण अवधि की यादें उन्हें हमेशा कुछ करने के लिए प्रेरित करते रहेगी. 34 सप्ताह के कठिन बुनियादी प्रशिक्षण नव आरक्षकों ने प्राप्त किया है.
इन्हें उत्तर दायित्व एवं कार्य का व्यावहारिक ज्ञान, व्यावसायिक कुशलता, मानवीय मूल्यों का विकास और सभी प्रकार के व्यक्तिगत आचरण का भी प्रशिक्षण दिया गया. नव आरक्षकों को सीमा प्रबंधन, कठिन परिस्थितियों में लड़ाई के तरीके, आंतरिक सुरक्षा कार्य, सशस्त्र प्रशिक्षण एवं कई और जानकारियां दी गयी.
पुरस्कृत किया गया : दीक्षांत परेड में 138 बैच नंबर के एफएच कंपनी के 351 नव आरक्षक शामिल हुए. इसमें से असम, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड के नव आरक्षक शामिल थे. प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले नव आरक्षकों को पुरस्कृत किया गया.
एफ कंपनी ने ओवर ऑल प्रथम श्याम कुमार, द्वितीय रवि राज महेश्वरी, सर्वश्रेष्ठ फायर पप्पू बोरो, सर्वश्रेष्ठ ड्रिल अबनी राय, सर्वश्रेष्ठ इंडुरेंस भाबन कलिता को मिला. जबकि एच कंपनी में प्रथम अरुण देवनाथ, द्वितीय आकाश नुनीशा, सर्वश्रेष्ठ फायर रामप्रिय सिंह, सर्वश्रेष्ठ ड्रिल दीपांकर वर्मन, सर्वश्रेष्ठ इंडुरेंस प्रियम ताव बनें. परेड में कमांड नव आरक्षक दीपांकर वर्मन कर रहे थे.
परेड के बाद ब्रॉस बैंड ने अपनी मधुर धुनों से नव आरक्षकों को छोटानागपुरी गीत एवं झारखंडी नृत्य की प्रस्तुति से भाव विभोर का दिया.