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बस में घंटों फंसे रहे स्कूली बच्चे
परेशानी. भीषण गरमी में दो घंटे तक सड़क जाम में फंसे रहे राहगीर हजारीबाग : हजारीबाग शहर के लोग मंगलवार को ट्रैफिक जाम से परेशान रहे. इस दौरान गाड़ियां चल नहीं, बल्कि रेंग रही थीं. वाहन चालकों के साथ पैदल चलनेवालों को भी इस दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ा. शहर के अधिकांश चौक-चौराहे व […]
परेशानी. भीषण गरमी में दो घंटे तक सड़क जाम में फंसे रहे राहगीर
हजारीबाग : हजारीबाग शहर के लोग मंगलवार को ट्रैफिक जाम से परेशान रहे. इस दौरान गाड़ियां चल नहीं, बल्कि रेंग रही थीं. वाहन चालकों के साथ पैदल चलनेवालों को भी इस दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ा. शहर के अधिकांश चौक-चौराहे व महत्वपूर्ण मार्ग दिन के 11 बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक जाम थे.
इस दौरान डिस्ट्रिक बोर्ड चौक से लेकर पीटीसी चौक, सरकारी बस स्टैंड चौक, इंद्रपुरी चौक और डीवीसी चौक के बीच दो घंटे के दौरान करीब 500 छोटे-बड़े वाहन फंसे रहे. जाम में स्कूल बस भी फंसे हुए थे, जिससे बच्चों को परेशानी उठानी पड़ी. इसके अलावा अॉटो, चार पहिया व दो पहिया वाहन सवार भी भीषण गरमी में जाम के दौरान हलकान रहे. जाम के दौरान यातायात पुलिस भी जाम को नियंत्रित करने में विफल थे.
दो लाइनों की थी कतार: ट्रैफिक जाम का आंखों देखा हाल: मंगलवार को दिन के करीब 11 बजे इंद्रपुरी चौक की ओर से आनेवाले वाहन मजार शरीफ चौक तक दो लाइन कतार में फंसे हुए थे.
कचहरी स्थित एसडीओ कार्यालय के बगल में गेट निर्माण कार्य के लिए बंद था. एसपी कार्यालय के सामनेवाले गेट में भी ताला लगा हुआ था. कचहरी से रजिस्ट्री कार्यालय होते हुए एक गेट से वाहन बाहर निकल रहे थे. कचहरी गेट से बाहर निकलने के लिए लगभग 25 गाडियों का जाम परिसर के अंदर कतार में थे. केबी महिला कॉलेज से कचहरी चौक तक लगभग 100 से अधिक मोटरसाइकिल, साइकिल, रिक्शा, टेंपू व चार पहिया वाहन फंसे हुए थे. मजार व कचहरी चौक से जिला परिषद चौक तक तीन लाइनों में वाहन फंसे हुए थे.
डिस्ट्रिक बोर्ड से पीटीसी चौक तक गाड़ियों की कतार लगी हुई थी. इस जाम में सैकड़ों वाहन समेत बाराती गाड़ी भी फंसे लगन व बारात गाडी थे. ठीक 12 बजे विश्वविद्यालय स्नातक पार्ट-थ्री की परीक्षा अन्नदा कॉलेज, केबी वीमेंस कॉलेज में समाप्त हुआ. जाम में एकाएक सैकड़ों विद्यार्थी फंस गये. ट्रैफिक इंचार्ज विजय केरकेट्टा दर्जनों पुलिस बल के साथ कचहरी चौक से जाम हटाने में लगे हुए थे. लगभग 40 मिनट तक एक ही स्थल पर खड़े रह कर एक चौक को क्लीयर कर रहे थे. यही हाल शहर के अधिकांश चौक का था, लेकिन वहां पर इक्का-दुक्का पुलिस के जवान मशक्कत कर रहे थे.
भूखे-प्यासे फंसे थे बच्चे: संत जेवियर्स स्कूल, होलीक्रास स्कूल, संत रोबर्ट गर्ल्स स्कूल, डीएवी स्कूल समेत इस इलाके के सभी स्कूलों में दोपहर 12 बजे स्कूल छुट्टी होने के बाद बच्चे अपने घरों की ओर नहीं जा पा रहे थे. हर चौक-चौराहा जाम था. चिलचिलाती धूप में बच्चे घंटों रिक्शा, टेपू, गाडी में बैठकर परेशान हो रहे थे.
कई बच्चों ने अभिवाहकों से कहा गाडी हवा में उड कर जाता तो जल्दी घर पहुंच पाते. सभी बच्चों को घर जाने के लिए एक छोर से दूसरे छोर कई किमी अनावश्यक, भटकते हुए किसी तरह जाम न मिले इस प्रयास से घर की ओर बढ रहे थे. लेकिन बच्चों की परेशानी जाम में कम होते कहीं नहीं दिखा.
शहर के जाम स्थल: शहर में लगभग 50 से अधिक चौक-चौराहों व 30 से अधिक महत्वपूर्ण सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस की जरूरत है. इसके अलावा डिस्ट्रिक बोर्ड चौक, सरकारी बस स्ट्रैंड चौक, कचहरी चौक, झंडा चौक, सरदार चौक, इंद्रपुरी चौक के पास कम से कम चार से छह ट्रैफिक जवानों की आवश्कता है, लेकिन व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं होने के कारण से हर दिन ट्रैफिक जाम बढ़ता ही जा रहा है.
क्या कहते हैं ट्रैफिक इंचार्ज
विजय केरकेट्टा ने बताया कि पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में मात्र 53 जवान और सात पुलिस अधिकारी तैनात हैं. जवानों की कमी के कारण सभी चौक-चौराहों पर जाम हटाया नहीं जा सक रहा है.
जाम अधिक रहने के कारण स्वयं जाकर जाम हटाना पड रहा है. ट्रैफिक वाहनों की भी कमी है. ट्रैफिक डीएसपी की पदस्थापना नहीं हुई है.
सड़क पर अतिक्रमण से भी जाम
सड़क पर दुकानदारों द्वारा वाहन खड़ा करने, सामान रखने, बोर्ड लगाने के कारण भी सड़क पर की स्थिति बनी रहती है. हिदायत के बाद भी अतिक्रमण जारी है.
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