– सलाउद्दीन –
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय शहर हजारीबाग का अस्तित्व बरकरार रहे. नव वर्ष 2014 पर हजारीबागवासियों की यह बड़ी उम्मीद है.
हजारीबाग : हजारीबाग जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल खंड-खंड हुआ. हजारीबाग से समय-समय पर सरकारी कार्यालयों व विकास योजनाओं का स्थानांतरण दूसरे राज्य व जिले में हुआ. हजारीबाग के लोकसभा व पांच विधानसभा क्षेत्रों के जन प्रतिनिधियों ने विकास के सब्जबाग दिखाये. चुनाव जीतने व वोट लेने के लिए विकास की जगह भावनात्मक मुद्दों पर जनता को बरगलाया गया.
जन समस्याओं को लेकर होनेवाले आंदोलन को भटकाया गया. गरीबी, बेरोजगारी व शोषण की उपज उग्रवाद हजारीबाग जिले में बढ़ता चला गया. ऐसे ढेर सारे मुद्दे हैं, जिनके समाधान की उम्मीदें हजारीबाग की जनता नव वर्ष में कर रही है.
डीसी ने लिया है कई संकल्प
डीसी सुनील कुमार ने एनएच-100 में डिवाइडर, खेल मैदान को व्यवस्थित करने, मटवारी गांधी मैदान में नव निर्मित दुकान लोगों को आवंटित कर रोजगार से जोड़ने, शहर के मेन रोड में पार्किग स्थल व मल्टी स्टोरेज कंप्लेक्स समेत कई बड़ी योजनाओं को धरातल पर उतारने का संकल्प लिया है.
अब जिले का बंटवारा नहीं हो
हजारीबाग जिला को अभी तक चार बार खंड- खंड किया गया. पहली बार छह दिसंबर 1972 ई में गिरिडीह, 1992 ई में चतरा, 1994 में कोडरमा और 2007 में रामगढ़ जिला बना. चारों जिला हजारीबाग जिला को काट कर बनाया गया.अब कम से कम हजारीबाग जिला को काट कर कोई दूसरा जिला नहीं बने. यह उम्मीद नव वर्ष में होगी.
सरकारी कार्यालयों का स्थानांतरण न हो
हजारीबाग जिला मुख्यालय से डिप्टी चीफ कंट्रोल ऑफिसर विस्फोटक कार्यालय आजादी के बाद से चल रहा था. पूर्वी क्षेत्र स्तर का यह कार्यालय था. जिसे पटना और रांची स्थानांतरित कर दिया गया. सीमा सुरक्षा बल ऑफिसर ट्रेनिंग सेंटर मेरू हजारीबाग को महाराष्ट्र के लातूर जिले में स्थानांतरण कर दिया गया.
भारतीय सीमा शुल्क एवं उत्पाद शुल्क का प्रशिक्षण केंद्र को बिहार पटना स्थानांतरण कर दिया गया. एफसीआइ कार्यालय को हजारीबाग से धनबाद जिला स्थानांतरण कर दिया गया. झारखंड सरकार वन विभाग में स्टेट ट्रेडिंग डिवीजन हजारीबाग, वन रोपण प्रमंडल हजारीबाग, वन रोपण एवं सामाजिकी वानिकी सीएफ कार्यालय को बंद कर दिया गया. आरसीसीएफ कार्यालय हजारीबाग, सीएफ हजारीबाग, वन निगम जीएम कार्यालय के कार्यक्षेत्र को छोटा कर दिया गया.
बिजली विभाग जीएम कार्यालय हजारीबाग के कार्यक्षेत्र को छोटा कर दिया गया. हजारीबाग जीएम कार्यालय काट कर गिरिडीह में नया कार्यालय खोला गया. अब विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के कार्यक्षेत्र को भी छोटा करने की साजिश चल रही है.
पुरानी योजनाएं जल्द से जल्द पूरी हों
शहर में एक मात्र केबी महिला कॉलेज में अधूरे विज्ञान भवन और संत कोलंबा कॉलेज में बहुद्देश्यीय परीक्षा भवन के अधूरे भवन का काम पूरा हो. टाउन हॉल के बगल में छात्रावास भवन, खिरगांव टैक्सी स्टैंड के पास अल्पसंख्यक छात्रावास, सदर अस्पताल में कैंटिन भवन,क्रिकेट वेल्स मैदान के बगल में छात्रावास, अंतरराज्यीय बस अड्डा, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, रिंग रोड समेत सभी लंबित व पुरानी योजनाएं इस साल पूरी हों.
बागों का शहर बने हजारीबाग
वर्ष 2014 में हजारीबाग कनहरी बॉयोडाइवर्सिटी पार्क, झील के समीप 20 एकड़ में नया पार्क, छड़वा डैम के पास प्रस्तावित नया पार्क बने. शहीद निर्मल महतो पार्क, स्वर्ण जयंती कैफेटेरिया पार्क, झील के पास चिल्ड्रेन पार्क का जीर्णोद्धार व बेहतर रख रखाव हो. शहर के बाग बगीचे हरा-भरा रहे, विशेष कर कनहरी पहाड़ के इर्द गिर्द.
प्रदूषण मुक्त शहर बने हजारीबाग
हजारीबाग शहर के झील व तालाबों को पानी प्रदूषण मुक्त स्वच्छ बनाया जाये. सड़कों पर धूल व गदरे-गुबार का प्रदूषण समाप्त हो. एकाएक बढ़े ध्वनि प्रदूषण पर लगाम लगे.
पर्यटन केंद्रों का विकास किया जाये
नेशनल पार्क, कनहरी पहाड़, सालपर्णी, बरसो पानी बड़कागांव, सूर्यकुंड बरकट्ठा, तिलैया डैम ,जवाहर घाटी बरही समेत सभी पर्यटन स्थलों का विकास इस वर्ष हो.नव निर्मित पर्यटन भवन का संचालन हो.
शहर की सफाई हो व सुंदरता बढ़े
नये साल में शहर की सड़कों की दशा सुधर जाये. मेन रोड का डिवाइडर व चौक-चौराहे आकर्षक व सुंदर दिखने लगे. कूड़ा करकट व गंदगी मुक्त मुहल्ले दिखें.नालियों का पानी सड़कों पर नहीं बहे. अतिक्रमण मुक्त व पार्किग स्थल शहरवासियों को मिले.
रोजगारोन्मुख संस्थान स्थापित हों
हजारीबाग के युवाओं को रोजगार मिले. जिले भर के युवाओं का पलायन रुके. अपने शहर व गांव में रोजगार मिले. नये कल-कारखाना लगे. रेलवे आये.
मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज खुले
वर्ष 2014 हजारीबाग में मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज खुलने का वर्ष बन जाये. शहर वासियों की सबसे बड़ी उम्मीदों में से यह एक है. विश्वविद्यालय में नये-नये कोर्स की शुरुआत हो. सरकारी स्कूल व कॉलेज की स्थिति बेहतर हो.
सामाजिक समरसता व अमन कायम हो
देश विदेश व दूसरे राज्यों से आनेवाला हर शख्स हजारीबाग की आबोहवा व लोगों की तारीफ करने से नहीं थकते थे. हाल के दिनों में आधारभूत संरचना व मौलिक सुविधाओं की कमी की भी बात कहते हैं. अमन चैन वाले शहर का माहौल तैयार होगा. लोगों की भागीदारी हालात बिगाड़ने में नहीं, बनाने में अहम होगी. ऐसी ही नयी उम्मीदें हजारीबाग वासियों की होंगी.