पहल. 2850 विस्थापित परिवारों को किया गया चिह्नित, अब मिलेगा लाभ
एनटीपीसी के विस्थापितों की समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा. नार्थ कर्णपूरा के जीएम में इसकी घोषणा कर दी है. रैयतों को चिह्नित करने के बाद उन्हें राशि का भुगतान किया जायेगा. वहीं लंबित मामलों पर कई महत्वपूर्ण निर्णय िलये जायेंगे.
हजारीबाग : विस्थापितों की हर समस्याओं का समाधान होगा. अप्रैल में 40 विस्थापित परिवार को यूनिटी की राशि मिलेगी. उनके बैंक अकाउंट में पैसे जमा होंगे. यह बात एनटीपीसी नार्थ कर्णपूरा के महाप्रबंधक आरके सिंह ने कही. सोमवार को टंडवा प्रोजेक्ट भवन में पत्रकार सम्मेलन में उन्होंने परियोजना की जानकारी दी. जीएम ने कहा कि 14300 करोड की लागत से बिजली परियोजना लगायी जा रही है.
फरवरी 2018 में पहली यूनिट, अगस्त 2018 में दूसरी यूनिट और 2019 में तीसरी यूनिट चालू होगी. अब तक तक योजना पर 2400 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इसके लिए 2200 एकड़ जमीन ली गयी है. विस्थापितों के बीच 95 प्रतिशत मुआवजा की राशि का भुगतान कर दिया गया है. शेष पांच प्रतिशत राशि का भुगतान आपसी विवाद के कारण नहीं हो पाया है.
2850 विस्थापित परिवार चिह्नित कर लिये गये हैं, जिन्हे यूनिटी के लाभ से जोड़ा जायेगा. यूनिटी की राशि प्रत्येक परिवार को 30 वर्षो तक मिलेगी. हर दो वर्षों में राशि की बढ़ोत्तरी होगी. एनटीपीसी कंपनी ने बीएचइएल को परियोजना निर्माण की जिम्मेवारी दी है. नौ हजार करोड़ भेल कंपनी को दिया गया है. एनटीपीसी अपने जिम्मे तीन कार्य करेगी. इसमें बिजली के लिए जलाशय का निर्माण, मगध कोल परियोजना से कोयला मंगाना एवं जमीन मुआवजा का भुगतान शामिल है.
चतरा स्थित प्रशिक्षण केंद्र का नवीनीकरण होगा: जीएम ने कहा: चतरा स्थित प्रशिक्षण केंद्र का नवीनीकरण होगा. 2800 छात्राओं को पीने के पानी के लिए थरमस बोतल दिये जायेंगे. परियोजना से प्रभावित गांव कामता, गाडीलौंग एवं टंडवा में 16 लाख की लागत से सौर ऊर्जा से चालित पंपिंग स्टेशन बनाये जायेंगे. चतरा के हिरू जलाशय का कायाकल्प होगा.
40 लाख की लागत से गाडीलौंग, हजारीबाग रोड का सुदृढीकरण होगा.
टंडवा की मुख्य सड़कें बनेंगी: जीएम ने कहा: टंडवा की मुख्य सडकें बनेगी. टंडवा बाजार में पानी की व्यवस्था, आठ शौचालय का निर्माण होगा. ग्राम पंचायत टंडवा का जीर्णोद्धार होगा. जोड़ा तालाब का सौंदर्यीकरण होगा. झंझरिया तालाब की मरम्मति होगी. टंडवा गांव में अंबेडकर सामुदायिक भवन का निर्माण होगा. टंडवा की नयी पारम गांव में 50 घरों में सौर ऊर्जा लगाया जायेगा. जीएम ने अब तक चतरा, टंडवा, हजारीबाग एवं परियोजना प्रभावित गांवों में करोड़ों रुपये से कराये गये विकास कार्यों को गिनाया. मौके पर प्रोजेक्ट जीएम विजय सिंह, एचएस र्चौहान, मिस्टर मंडल, पीआरओ गुलशन टोप्पो उपस्थित थे.
सीएचपी एवं डीप ब्लॉक अॉफिस का निर्माण कार्य अप्रैल में
जीएम ने बताया कि सीएचपी एवं डीप ब्लॉक अॉफिस का निर्माण कार्य अप्रैल में पूरा किया जायेगा. प्रोजेक्ट में अलग-अलग कंपनियों की अॉफिस, रोड, सामुदायिक भवन, असपताल का नामकरण महापुरुषों के नाम पर होगा. परियोजना का निर्माण कार्य नट-बोल्ट पर आधारित है. एनटीपीसी की लाइफ 35 वर्षों की होगी. बिजली परियोजना के नीचे कोयले का भंडार है.
सीआइएल कंपनी से 35 वर्षों के लिए करार किया गया है. आठ किमी की परिधि से परियोजना को कोयला मिलेगा. एनटीपीसी ने कंपनी को सस्ते दर पर कोयला उपलब्ध होने से बिजली का कोस्ट कम रखा है. जीएम ने आरएंडआर के तहत कई कार्य करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा: चतरा जिले के 32 विद्यालयों में 26 लाख की लागत से विद्युतीकरण का कारण होगा. इन विद्यालयों को बेंच-डेस्क दिये जा रहे हैं. इसके अलावा चहारदीवारी का निर्माण होगा.