गिद्दी (हजारीबाग) : गिद्दी लोकल सेल चालू कराने की मांग सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर रैयत विस्थापित मोरचा ने मंगलवार को गिद्दी परियोजना कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना दिया. इसकी अध्यक्षता सुरेश गंझू ने की. संचालन सुनील गंझू ने किया.
धरना स्थल पर आयोजित सभा में मोरचा के केंद्रीय महासचिव सैनाथ गंझू ने कहा कि गिद्दी कोलियरी खुलने के दौरान ही गिद्दी बस्ती के रैयतों को विस्थापित कर दिया गया था. विस्थापितों को पूर्ण रूप से जमीन के बदले मुआवजा, नौकरी व पुर्नवास की व्यवस्था नहीं की गयी है.
विस्थापित बेरोजगार युवक रोजगार के अभाव में भटक रहे हैं. प्रबंधन उनके रोजगार के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठा रहा है. उन्होंने कहा कि गिद्दी लोकल सेल चालू होने से क्षेत्र के हजारों विस्थापित व प्रभावित बेरोजगार युवको को रोजगार मिल सकता है. उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने विस्थापित मोरचा को वार्ता कर लोकल सेल चालू कराने का आश्वासन दिया है, लेकिन प्रबंधन इस पर कोई पहल नहीं कर रहा है. इससे विस्थापितों में नाराजगी है.
उन्होंने प्रबंधन को चेतावनी दी है कि 15 दिनों के अंदर गिद्दी लोकल सेल चालू नहीं किया गया, तो 28 जनवरी से गिद्दी परियोजना में बेमियादी चक्का जाम आंदोलन करेंगे. सभा में नेमन यादव, शंकर बेदिया, पप्पू सिंह, गौतम बनर्जी, आशीष करमाली, प्रकाश महली, शंकर चौहान, शंभू गंझू, महादेव महली, प्रेमचंद गंझू, तुफानी राम, रामवृक्ष मुंडा, गुलाम मुस्तफा, उमेश राम, शमीम अंसारी, दिनेश्वर गंझू आदि ने भी अपनी बातें रखी.
सभा के दौरान रैयत विस्थापित मोरचा के प्रतिनिधिमंडल ने कोलियरी प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा. धरना स्थल पर दुबराज गंझू, खुर्शीद आलम, मथुरा प्रसाद, रामा उरांव, सबीता, कुंती, बबीता, अंजली, माला, उर्मिला, संजय मांझी, जीतु ठाकुर, विकास बेदिया, दिलीप महली, सन्नी गंझू, दीपक महली आदि उपस्थित थे.