– पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय ने पत्रकार वार्ता में कहा, ईमानदारी से राजनीति की, घोटाला नहीं किया
हजारीबाग : पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय ने कहा कि मेरा घर हजारीबाग में नहीं है. मैं हजारीबाग के लोगों के दिल में घर बनाया हूं. रांची में जो घर है वह मेरे पिताजी का है. ईमानदारी से राजनीति की इसलिए घर नहीं बना सका. श्री पांडेय सोमवार को हजारीबाग आदर्श मार्केट में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
गौरतलब है कि हजारीबाग भाजपा जिला कमेटी द्वारा प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय को पत्र भेजा गया है. इसमें कहा गया है कि यदुनाथ पांडेय की सक्रिय सदस्यता हजारीबाग से रांची स्थानांतरित कर दिया जाये. हजारीबाग में उनका मकान नहीं है. अदा-कदा हजारीबाग आते हैं.
डीवीसी गेस्ट हाउस में ठहरते हैं. इसी पत्र को लेकर पत्रकार सम्मेलन में श्री पांडेय ने कहा कि मैं सरस्वती पुत्र हूं. मेकाले पुत्र नहीं. मैं कोई घोटाला किया रहता तो हजारीबाग, रांची, दिल्ली, मुंबई और विदेशों में घर होते. उन्होंने कहा कि 1988 में हजारीबाग मुङो बुलाया गया. जब रामनवमी जुलूस को प्रशासन द्वारा रोका जा रहा था. उस समय बड़े-बड़े नेता कहां थे. मैं हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र का माहौल बिगाड़ नहीं रहा हूं, जो माहौल बिगड़ा हुआ है उसे बना रहा हूं.
यदुनाथ पांडेय आजसू पार्टी के एजेंट : भाजपा मीडिया प्रभारी
हजारीबाग. भाजपा के पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय आजसू पार्टी के एजेंट के रूप में हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में काम कर रहे हैं. उपरोक्त बातें हजारीबाग भाजपा जिला मीडिया प्रभारी सुमन कुमार पप्पू ने कही. भाजपा मीडिया प्रभारी ने कहा है कि भाजपा के दो नेताओं देवदयाल कुशवाहा व लोकनाथ महतो को आजसू पार्टी में शामिल कराने में सफलता हासिल की है.
श्री पांडेय हजारीबाग जिले में भ्रमण के दौरान भाजपा प्रखंड अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष से नहीं मिलते हैं. पार्टी संविधान के अनुसार कोई भी नेता प्रखंड अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के अनुमति बगैर बैठक नहीं कर सकता है. लोकसभा चुनाव के वक्त क्षेत्र में इस तरह घूम कर कार्यकर्ताओं को दिग्भ्रमित किया जा रहा है. चुनाव खत्म होने के बाद श्री पांडेय क्षेत्र छोड़ देते हैं. पार्टी को इस पर शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए. ताकि भाजपा को होनेवाले क्षति से रोका जा सके.