हजारीबाग : दुर्गा पूजा के पंडालों में सप्तमी की सुबह से ही घंटों की जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. सोमवार को नव पत्रिका प्रवेश एवं दुर्गा देवी की सप्तमी की पूजा प्रारंभ की गयी. श्रद्धालु पूजा पंडालों में मां के दर्शन के लिए लालायित नजर आये. शारदीय नवरात्र के सप्तमी को मां के कालरात्रि रूप की पूजा-अर्चना व आराधना की गयी.
भक्तों ने देवी दुर्गा से मंगल, बुद्धि, शक्ति, ज्ञान मांगा. मां का यह रूप शत्रुओं का विनाश करनेवाला एवं भक्तों को सिद्धि देनेवाला है. सभी पूजा पंडालों में भव्य लाइट सज्जा की व्यवस्था की गयी है. संध्या बेला की महाआरती में महिला- पुरुष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. कई पूजा पंडालों में कीर्तन मंडली सुबह-शाम भजन-कीर्तन कर रहे हैं. श्रद्धालुओं के घरों में भी दुर्गा पाठ का अनुष्ठान हो रहा है. आंखों पर पट्टी बांध कर मोटरसाइकिल से शहर भ्रमण किया : बड़ा बाजार ग्वाल टोली में सप्तमी को मां दुर्गा के कालरात्रि रूप की पूजा एवं आराधना की गयी.
संतोष पांडेय ने बताया कि मां का वर्ण घने अंधकार की तरह काला है. बाल बिखरे, गले में बिजली की तरह चमकने वाली माला रहती है. यह शुभ फल देनेवाली है. सोमवार को जादूगर एनए चौधरी ने विश्वशांति, प्रेम एवं सद्भावना को बल देने के लिए आंखों पर पट्टी बांध कर मोटरसाइकिल से शहर भ्रमण किया. संध्या को बेलवरण पूजा की गयी. पूजा को सफल बनाने में श्रीश्री 108 शारदीय दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष जीवन गोप, सचिव संजय गोप, कोषाध्यक्ष राकेश कुमार समेत सभी सदस्य जुटे हैं.