मामला होर्डिग हटाने का
हजारीबाग : शहर में अनाधिकृत रूप से होर्डिग लगाने का गोरखधंघा आज भी जारी है. होर्डिंग का कारोबार करनेवाले लोग शहर में जहां-तहां होर्डिग लगा कर अवैध तरीके से मोटी रकम वसूल रहे हैं. इससे नगर पर्षद को करीब एक करोड़ रुपये सालाना राजस्व का नुकसान हो रहा है.
नियम के अनुसार शहर में सरकारी व निजी तौर पर होर्डिग लगाने के लिये नगर पर्षद से अनुमति लेना अनिवार्य है.
15 दिन का मिला था अल्टीमेटम
शहर में अनाधिकृत रूप से लगे होर्डिग को हटाने के लिये 14 अगस्त 2012 को नगर पर्षद ने आदेश दिया था. इसके बाद एक दिसंबर 2012 को 15 दिन के अंदर होर्डिग हटाने का अल्टीमेटम दिया गया.
होर्डिंग नहीं हटाने पर नगर पर्षद ने स्वयं हटाने का निर्णय लिया. साथ ही उनसे राशि वसूलने व कानूनी कार्रवाई करने की बात कही गयी थी. लेकिन 10 माह बीत जाने के बाद भी शहर से एक भी होर्डिग नहीं हटाया गया.