Advertisement
हजारीबाग जिले में तैयार होने लगा कांग्रेस का कुनबा
हजारीबाग : कांग्रेस का तीर निशाने पर लगा दिख रहा है. कई वर्षों बाद कांग्रेस के हजारीबाग व रामगढ़ जिले के कांग्रेसी नेता व समर्थक का हुजूम इकट्ठा हुआ. यह आयोजन झारखंड आंदोलनकारी नेता शिव लाल महतो को कांग्रेस में शामिल कराने को लेकर था. हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र का सिमाना रामगढ़ से हजारीबाग तक कांग्रेसी […]
हजारीबाग : कांग्रेस का तीर निशाने पर लगा दिख रहा है. कई वर्षों बाद कांग्रेस के हजारीबाग व रामगढ़ जिले के कांग्रेसी नेता व समर्थक का हुजूम इकट्ठा हुआ. यह आयोजन झारखंड आंदोलनकारी नेता शिव लाल महतो को कांग्रेस में शामिल कराने को लेकर था. हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र का सिमाना रामगढ़ से हजारीबाग तक कांग्रेसी नेताओं व समर्थकों की भीड़ एनएच 33 पर डॉ अजय कुमार के स्वागत के लिए उमड़ी थी.
विष्णुगढ़ से हजारीबाग तक एनएच 100 पर दिन भर गाड़ियों से समर्थक आते दिखे. बड़कागांव रोड में सड़क निर्माण कार्य की बाधा को पार करते हुए केरेडारी व बड़कागांव से सबसे अधिक संख्या में कांग्रेसी समर्थक हजारीबाग पहुंचे.
कांग्रेस का सदस्यता कार्यक्रम में जिस तरह से रामगढ़ जिले से जिलाध्यक्ष मुन्ना पासवान, शहजादा अनवर, शांतनु मिश्रा, सीपी संतन, ममता देवी रवींद्र महतो, डॉ राकेश महतो, बलजीत सिंह बेदी, डॉ रमेश किरण महतो, लखराज सिंह समेत कोयलांचल के नेता उपस्थित थी. कार्यक्रम में हजारीबाग जिले में गुट-गुट में बिखरे कांग्रेसी भी एक मंच पर दिखे.
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जयशंकर पाठक, जिलाध्यक्ष देवकुमार राज, विधायक निर्मला देवी की पुत्री अंबा प्रसाद, दिनेश सिंह राठौर, शशि मोहन सिंह, वीरेंद्र सिंह, रामलखन सिंह, जवाहर लाल सिन्हा, पन्नू महतो, सुनील अग्रवाल, गोविंद राम, दारोगा अंसारी, अजय गुप्ता, डॉ प्रकाश कुमार, दिगंबर मेहता, सच्चिदानंद पांडेय, अजीम खान, अवधेश सिंह, शैलेंद्र यादव, दिलदार अंसारी, डॉ जमाल अहमद, प्रदीप प्रसाद, मनोज गुप्ता, मिथिलेश दुबे, विनोद सिंह समेत सभी कांग्रेसियों की उपस्थिति से जिले में कांग्रेसी कुनबा को मजबूती मिली है. कार्यक्रम से कांग्रेसी नेताओं व समर्थकों का उत्साह बढ़ा है.
पहले विकास की बात होती है, लेकिन चुनाव आते शुरू हो जाती है जातीय राजनीति: कांग्रेस आला कमान व प्रदेश नेतृत्व ने शिव लाल महतो को पार्टी में शामिल करा कर चुनाव में कांग्रेस का चेहरा सामने लाने का संकेत दे दिया है. हजारीबाग लोकसभा सीट में महागठबंधन दल कांग्रेस से उम्मीदवार को लेकर धुंध छंटती जा रही है. एनडीए व यूपीए की ओर से बात भले ही विकास की बात की जाये, लेकिन लोकसभा चुनाव आते जाति की राजनीति शुरू हो जाती है. इसका वजह में क्षेत्र का पिछड़ापन है.
2014 में मोदी लहर ने जातीय समीकरण के भंवर को शांत कर दिया था. इस बार भी ऐसी स्थिति का अनुमान यूपीए व एनडीए दोनों कर रहे है. महागठबंधन में झामुमो, झाविमो, राजद व कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ, तो जातीय समीकरण का महत्व बढ़ जायेगा. विपक्षी एकजुटता के से भाजपा को मुश्किल चुनौती मिलेगी. गठबंधन की ओर से दलित आदिवासी, मुस्लिम, पिछड़ी जातियों को मिलाने की कोशिशें हो रही है. कांग्रेस जातीय समीकरण में कुर्मी नेताओं को पार्टी में ला रहा है. 2019 की चुनावी जंग का दारोमदार जातीय गोलबंदी हो जाये, इसे नकारा नहीं जा सकता.
महागठबंधन दलों की बढ़ने लगी गतिविधियां: शिव लाल महतो के कांग्रेस में आते कांग्रेस पार्टी समेत महागठबंधन दलों की गतिविधियां बढ़ने लगी है. हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के बड़कागांव में विधायक निर्मला देवी की पुत्री अंबा प्रसाद कांग्रेस के कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से संचालित कर रही है. मांडू विधानसभा में झामुमो विधायक जेपी पटेल क्षेत्र में सक्रिय है. बरही विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायक मनोज यादव जनता के बीच हमेशा अपनी उपस्थिति बनाये हुए है.
महागठबंधन दलों के तहत तीन विधानसभा में घटक के विधायक है. हजारीबाग सदर सीट पर 2014 में निर्दलीय चुनाव लड़े प्रदीप प्रसाद कांग्रेस में आ गये है. रामगढ़ विधानसभा सीट पर शहजादा अनवर व ममता देवी की राजनीतिक सक्रियता बढ़ी हुई है. कुल मिला कर लोकसभा क्षेत्र के पांचों विधानसभा में कांग्रेस गठबंधन दलों का राजनीतिक कार्यक्रम व विपक्षी राजनीति के तहत खुल कर आंदोलन धरना व प्रदर्शन चल रहा है. केंद्र व राज्य सरकार से लोगों की जो अपेक्षाएं पूरी नहीं हो रही है, उन्हें महागठबंधन की ओर आकर्षित कर रहे है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement