पहले स्नातक स्तर पर ऑनलाइन नामांकन की सूची जारी करने का सिस्टम खराब हुआ. अब स्नातकोत्तर में भी नामांकन की सूची ऑनलाइन जारी नहीं हो रही है. नतीजा अब पीजी के विद्यार्थियों को नामांकन लेने के लिए अपने नाम को देखने के लिए विभाग के सूचना पट तक पहुंचना होगा. यही हाल रिजल्ट प्रकाशन में भी हो रहा है. पिछले दिनों पार्ट थ्री का परिणाम घोषित किया गया. जिसमें लगभग 150 विद्यार्थी एक ही विषय में फेल पाये गये. जब कारण पता किया गया तो पता चला कि 150 विद्यार्थियों का एक ही विषय में माक्र्स नहीं चढा है. बाद में विश्वविद्यालय ने स्थिति को संभालते हुए 150 विद्यार्थियों का रिजल्ट सुधारा. ऑनलाइन एवं कंप्यूटराइजेशन के नाम पर विश्वविद्यालय में लाखों रूपये खर्च हो रहे हैं. लेकिन धीरे-धीरे जिम्मेवार पदाधिकारियों के कारण स्थिति चरमरा गयी है. ज्ञात हो कि नामांकन का कार्य परीक्षा विभाग नहीं संभलता है, बल्कि इसके लिए कोई अलग विभाग भी विश्वविद्यालय के पास नहीं है. जैसे तैसे नामांकन का कार्य विश्वविद्यालय में चल रहा है.
Advertisement
विवि: पीजी की नामांकन सूची जारी
हजारीबाग: विभावि में नामांकन एवं रिजल्ट की ऑनलाइन स्थिति चरमरा गयी है. स्नातक के बाद स्नातकोत्तर में नामांकन की सूची सूचना पट पर टांगी जा रही है. गुरुवार को पीजी के सभी विभागों में नामांकन की सूची लगायी गयी है. उन्होंने जानकारी दी कि नामांकन लेनेवाले विद्यार्थियों को ऑनलाइन चयन सूची नहीं उपलब्ध करायी जा […]
हजारीबाग: विभावि में नामांकन एवं रिजल्ट की ऑनलाइन स्थिति चरमरा गयी है. स्नातक के बाद स्नातकोत्तर में नामांकन की सूची सूचना पट पर टांगी जा रही है. गुरुवार को पीजी के सभी विभागों में नामांकन की सूची लगायी गयी है. उन्होंने जानकारी दी कि नामांकन लेनेवाले विद्यार्थियों को ऑनलाइन चयन सूची नहीं उपलब्ध करायी जा रही है. ऐसे में विद्यार्थी काउंसेलिंग के लिए सूचना ऑनलाइन नहीं डाल पा रहे हैं. विभागों से जानकारी मिली कि नामांकन लेनेवाले विद्यार्थी सूचना पट पर आकर अपना नाम देख लें एवं काउंसेलिंग में भाग लेकर नामांकन करायें. नामांकन की प्रक्रिया सभी विभागों में जारी है.
विद्यार्थी भुगत रहे हैं खामियाजा: पिछले दो वर्ष से विभावि स्नातक एवं स्नातकोत्तर में ऑनलाइन नामांकन एवं ऑनलाइन परीक्षा फार्म भरने का काम शुरू किया था. वर्तमान में इसके लिए जिम्मेवार पदाधिकारी पिछले अनुभवों में कोई भी सुधार नहीं कर रहे हैं, जिसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है.
पहले स्नातक स्तर पर ऑनलाइन नामांकन की सूची जारी करने का सिस्टम खराब हुआ. अब स्नातकोत्तर में भी नामांकन की सूची ऑनलाइन जारी नहीं हो रही है. नतीजा अब पीजी के विद्यार्थियों को नामांकन लेने के लिए अपने नाम को देखने के लिए विभाग के सूचना पट तक पहुंचना होगा. यही हाल रिजल्ट प्रकाशन में भी हो रहा है. पिछले दिनों पार्ट थ्री का परिणाम घोषित किया गया. जिसमें लगभग 150 विद्यार्थी एक ही विषय में फेल पाये गये. जब कारण पता किया गया तो पता चला कि 150 विद्यार्थियों का एक ही विषय में माक्र्स नहीं चढा है. बाद में विश्वविद्यालय ने स्थिति को संभालते हुए 150 विद्यार्थियों का रिजल्ट सुधारा. ऑनलाइन एवं कंप्यूटराइजेशन के नाम पर विश्वविद्यालय में लाखों रूपये खर्च हो रहे हैं. लेकिन धीरे-धीरे जिम्मेवार पदाधिकारियों के कारण स्थिति चरमरा गयी है. ज्ञात हो कि नामांकन का कार्य परीक्षा विभाग नहीं संभलता है, बल्कि इसके लिए कोई अलग विभाग भी विश्वविद्यालय के पास नहीं है. जैसे तैसे नामांकन का कार्य विश्वविद्यालय में चल रहा है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement