गुमला जिले में डोभा निर्माण में कई जगहों पर गड़बड़ी हुई है़ कुछेक जगहों पर नाला व अधूरे कुएं को डोभा का रूप दे दिया गया है. जांच में मामला प्रकाश में आने के बाद उपायुक्त ने नाराजगी जतायी और बीडीओ से स्पष्टीकरण मांगा है़ दोषियों के नाम भी मांगे गये हैं, ताकि उनपर कार्रवाई की जा सके़
दुर्जय पासवान
गुमला : गुमला जिले में डोभा निर्माण तेजी से हो रहा है, लेकिन कुछ पंचायतों में डोभा निर्माण को लूट का फंडा बना दिया गया है. ऐसा ही मामला गुमला प्रखंड में प्रकाश में आया है. यहां लूट का तरीका अजीब है.
नाला व अधूरे कुएं को डोभा का रूप दे दिया गया है. बरसात से मिट्टी कट कर हुए गड्ढे को भी डोभा बना दिया गया. डीसी श्रवण साय की जांच के बाद यह मामला सामने आया़ डीसी श्रवण साय ने गुमला प्रखंड के कटासारू व पहाड़ पनारी गांव का दौरा कर डोभा निर्माण की स्थिति को देखा. डीसी के निरीक्षण में डोभा निर्माण की पोल खुली. डीसी ने बीडीओ उमेश कुमार स्वांसी से स्पष्टीकरण मांगा है. डीसी ने पूछा है कि आखिर नाला व कुएं में डोभा कैसे बना. उन्होंने दोषी लोगों के नाम भी मांगे हैं, ताकि कार्रवाई की जा सके.
वाहवाही लेने में फंसे बीडीओ : गुमला बीडीओ उमेश कुमार स्वांसी को लगा कि कटासारू गांव में अच्छा डोभा बना है. वे डीसी श्रवण साय को डोभा दिखाने ले गये. जब डीसी डोभा देखने पहुंचे, तो वहां का नजारा ही कुछ और था.
लाभुक सुकरा उरांव के नाम से डोभा स्वीकृत हुआ है, लेकिन नाला में डोभा बना दिया. बरसात के पानी से मिट्टी कट कर नाला का आकार ले लिया था़ उसी नाला के चारों ओर मिट्टी का मेढ़ बना कर डोभा का रूप दे दिया गया. ललित मिंज ने पूर्वजों के जमाने के कुएं को ही डोभा का रूप दे दिया. चमरू लकड़ा ने भी नाला में डोभा बना दिया. राम उरांव ने भी पुराने कुएं को डोभा बना दिया.
सड़क के किनारे बना रहे डोभा : गुमला प्रखंड कतरी व कोटाम पंचायत में डोभा निर्माण में गड़बड़ी हो रही है.
यहां सड़क के किनारे व पत्थर के ऊपर डोभा बनाया जा रहा है. बरकनी गांव जाने के रास्ते पर पहाड़ पर डोभा बनाया गया है. अभी मनरेगा से तालाब निर्माण में सबसे ज्यादा सुर्खियों में भूमि संरक्षण विभाग है. हर जगह से गड़बड़ी की शिकायत आ रही है. जिला परिषद भी जगह-जगह जांच कर मामले को उठा रहे हैं, लेकिन विभाग सुधार करने के बजाय मामले को दबाने में लगा है.
गुमला में 4760 डोभा बन रहा है : डीडीसी नागेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि गुमला जिले को 4760 डोभा बनाने का लक्ष्य दिया गया है. सभी 12 प्रखंड में डोभा निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. अबतक 60 प्रतिशत डोभा पूरा हो चुका है. शेष 40 प्रतिशत डोभा बरसात से पहले पूरा कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा है कि सभी बीडीओ को काम में तेजी लाने संबंधी दिशा-निर्देश दिये गये हैं.
कूप निर्माण में फर्जी निकासी
पालकोट प्रखंड के टेंगरिया पंचायत स्थित खिजुरटोली गांव में मनरेगा से कूप निर्माण में गड़बड़ी हुई है. लाभुक दर्शन बड़ाइक व भिखारी बड़ाइक के नाम से फरजी निकासी की गयी है. दर्शन के नाम से 73530 व भिखारी के नाम से 91638 रुपये की निकासी की गयी है. लाभुकों ने कहा कि मेठ अगनू साहू ने हम दोनों का फरजी हस्ताक्षर कर डाकघर से पैसा निकाल लिया है.
मस्टर रोल में उन मजदूरों का भी नाम चढ़ाया गया है, जिन्होंने काम नहीं किया है. बीडीओ संदीप अनुराग टोपनो ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. मेठ अगनू साूह ने कहा कि रविवार को दर्शन को 12 व भिखारी को 35 हजार रुपये दिया है. शेष पैसा मनरेगा से आयेगा, तो दिया जायेगा.