गुमला : जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ राम बच्चन चौधरी के शव के साथ सड़क पर बैठे चिकित्सकों व कर्मियों ने 24 घंटे बाद जाम हटाया. आक्रोशित लोगों ने सोमवार को शव को बीच सड़क पर रख कर सदर अस्पताल के सामने एनएच 78 जाम कर दिया था. सड़क रातभर जाम रही. मंगलवार को दिन के डेढ़ बजे प्रमंडलीय आयुक्त केके खंडेलवाल और डीआइजी अरुण कुमार सिंह के आश्वासन के बाद जाम हटा. शुरू में जामकर्ता हटने को तैयार नहीं थे.
आयुक्त, डीआइजी व डीसी को लौटना पड़ा. अंत में चिकित्सकों व कर्मचारियों की बैठक हुई. उनका प्रतिनिधिमंडल सर्किट हाउस में आयुक्त व डीआइजी से मिला. आश्वासन मिलने के बाद जाम हटाया गया. दिन के तीन बजे डॉ आरबी चौधरी के शव का पोस्टमार्टम हुआ. पत्नी निर्मला चौधरी शव को लेकर साहेबगंज के लिए
रवाना हुई.
वहीं दाह संस्कार होगा. निर्मला चौधरी ने जामस्थल पर कहा : मेरा पति चला गया. अब किसके सहारे जीऊंगी. परिवार चलाने व बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकार व प्रशासन उचित मुआवजा दे.
10 किमी तक सड़क जाम रही
एनएच 78 जाम होने से 10 किमी तक सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया. वाहनों की लंबी कतार लग गयी. 500 से अधिक ट्रक व 400 बस जाम में फंसे रहे. यात्री रात भर परेशान रहे.
ओपीडी सेवा बंद रहेगी
इधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव बीके महतो ने कहा कि हमारी मांगों पर सार्थक आश्वासन मिला है. लेकिन जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती. ओपीडी सेवा बंद रहेगी. इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी. 30 अप्रैल को डॉक्टर चौधरी का अपहरण हुआ था. परिजनों से चार लाख रुपये फिरौती लेने के बाद रविवार की रात उनकी हत्या कर दी गयी. सोमवार की सुबह उनका शव मिला था.
डॉक्टरों को सुरक्षा मिले : डॉ अजय
रांची से आइएमए के पदाधिकारी भी गुमला पहुंचे. प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ अजय सिंह ने कहा : प्रशासन की लापरवाही से हत्या हुई है. मृतक के परिजन को उचित मुआवजा मिले. डॉक्टरों को सुरक्षा मिले.
इलाज नहीं हो सका, नान्हू की मौत
इधर, गुमला शहर के डिसलरी मुहल्ले के नान्हू राम (35) की इलाज के अभाव में सोमवार की रात मौत हो गयी. वह गंभीर रूप से बीमार था. परिजन अस्पताल ले जाने लगे, तो पता चला कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं. परिजन उसे अस्पताल नहीं ले जा सके. पत्नी कलावती देवी ने कहा : इलाज के अभाव में उसके पति की मौत हो गयी.
आंदोलनकारियों की मांग पूरी की जायेगी : आयुक्त
प्रमंडलीय आयुक्त केके खंडेलवाल ने कहा : दो अपराधी पकड़े गये हैं. 15 दिन के अंदर सभी क्रिमनल पकड़े जायेंगे. आंदोलनकारियों द्वारा जो मांग रखी गयी है, उन्हें पूरा किया जायेगा.
परिजनों ने बात छिपायी : डीआइजी
डीआइजी अरुण कुमार सिंह ने कहा : परिजनों ने अपराधियों से हुई 700 सेकेंड की बात पुलिस से छिपायी. सही जानकारी देते, तो ऐसी घटना नहीं होती. अभी और काम करना है. ज्यादा कुछ नहीं कह सकते.
कल पीएलएफआइ का बंद
उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ ने डॉ आरबी चौधरी की हत्या के विरोध में सात मई को गुमला, लोहरदगा व सिमडेगा जिला बंद बुलाया है. संगठन के सबजोनल कमांडर विकास टाइगर ने कहा : डॉक्टर की हत्या करना बड़ा अपराध है. इसमें शामिल अपराधियों को संगठन द्वारा सजा दी जायेगी. कुछ की पहचान की गयी है.