गुमला : राज्य के डीजीपी डीके पांडेय ने कहा है कि भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता अरविंद और उसके दस्ते को पुलिस ने गुमला में तीन बार घेरा. तीनों बार मुठभेड़ हुई. जिसमें अरविंद के दस्ते को काफी नुकसान हुआ है. एक महीने में जिस प्रकार अरविंद को घेरा गया है, यह पुलिस के लिए यह बहुत बड़ी सफलता है.
वह यहां संवाददाताओं से बात कर रहे थे. डीआइजी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि इस अभियान में शामिल कोबरा के पदाधिकारी व जवानों को एक लाख रुपये, सीआरपीएफ व जिला पुलिस बल के पदाधिकारी व जवानों को पचास-पचास हजार रुपये इनाम देने की अनुशंसा की जायेगी. साथ ही साथ गैलेंट्री मेडल के लिए भी अनुशंसा की जायेगी.
उन्होंने कहा कि पुलिस ने कभी भी पीछे से हमला नहीं किया है. सामने से हमला किया. जिसका परिणाम है कि पुलिस की जीत हुई है. पुलिस ने पीछा करके अरविंद को नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि एक नक्सली मारा गया. जिसे उसके साथी छोड़कर भाग गये. पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है. मौके पर एसडीपीओ मोहम्मद अरशी, कोबरा के कमलेश सिंह, सीआरपीएफ कमांडेंट वीपी सिंह, विकास, डीएसपी कैलाश करमाली सहित कई लोग थे.
भवन गुणवत्तापूर्ण बने : बिशुनपुर दौरे के दौरान डीजीपी ने मुठभेड़ में शामिल पुलिस अधिकारियों से मुठभेड़ की जानकारी ली.
बिशुनपुर दौरा के दौरान उन्होंने बन रहे थाना भवन का निरीक्षण किया. भवन की गुणवत्ता ठीक नहीं थी. इससे डीजीपी नाराज हुए. उन्होंने इसमें सुधार का निर्देश दिया है. ठेकेदार को बुलवा कर डीजीपी ने कहा कि काम से किसी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे. वहीं शनिवार को अभियान से लौटे पुलिस अधिकारी व जवानों का डीजीपी ने हौसला बढ़ाया.