गुमला : रुपये की गिरावट के चलते पेट्रोल के दामों में पिछले डेढ़ माह में चौथी बार वृद्धि की गयी है. इससे आम जनता की कमर टूट गयी है. पेट्रोल के दामों में वृद्धि होने से मालवाहक वाहनों के भाड़े में भी भारी इजाफा हुआ है.
साथ ही दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर भी असर पड़ा है. इस कारण आम जनता महंगाई की मार झेलने को विवश है.
पेट्रोल मूल्य वृद्धि पर मनीष कुमार साहू ने कहा कि केंद्र की यूपीए सरकार से देश का भला संभव नहीं है और आम जनता को कर्ज के बोझ पर दबाते चला जा रहा है. इस कारण आम जनता की कमर पूरी टूट गयी है. देश के नेता व करोड़ों के घोटालों के कारण ही महंगाई चरम सीमा पर है.
इसका बोझ सरकार आम जनता पर दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर डाल कर आम जनता की कमर तोड़ डाली है. व्यवसायी अरुण कुमार ने कहा कि पेट्रोल के मूल्य में वृद्धि होने के कारण मालवाहक वाहनों के भाड़े में भी वृद्धि होगी. इस कारण आम उपयोग की किराना समान सहित अन्य वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि से मध्यमवर्गीय व गरीब तबके परिवार परेशान होंगे.
मुकेश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार का महंगाई पर नियंत्रण नहीं है. केंद्र की सरकार देश को चलाने में असफल साबित हो रही है. सिद्धार्थ प्रसाद व यशवंत कुमार गुप्ता ने कहा कि इस तरह से लगातार पेट्रोल मूल्य में वृद्धि असक्षम सरकार का उदाहरण है. इससे सभी प्रकार की दैनिक उपयोग सहित अन्य जरूरी वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि आम जनता को झेलनी पड़ेगी.