गुमला : जनक्रांति संगठन के लोगों ने रायडीह के बागलता जंगल में मंगलवार की दोपहर बच्ची से दुष्कर्म व हत्या के आरोपी राजू गोप उर्फ पाकू को गोलियों से भून कर मार डाला. राजू संगठन का भगोड़ा साथी था. उसने चरकाटांगर गांव की किसान की 12 वर्षीय बेटी का अगवा किया था. गैंगरेप के बाद बच्ची की हत्या कर शव मरदा नदी में फेंक दिया था. उसने किसान के घर में परचा फेंक कर हत्या की जिम्मेवारी भी ली था. कहा था कि उसने किसान से दुश्मनी का बदला उसकी बेटी से लिया है. पुलिस राजू के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाशी में जुटी थी.
ऐसे लिया बदले का बदला : जानकारी के अनुसार, सोमवार को बच्ची का शव मिलने के बाद पुलिस के साथ ग्रामीण भी मुख्य आरोपी राजू को खोज रहे थे. डर से राजू चरकाटांगर गांव छोड़ कर छत्तीसगढ़ भाग रहा था. लेकिन वह जनक्रांति संगठन के सुप्रीमो मंगल नगेशिया व एरिया कमांडर दिनेश सिंह के हाथ लग गया. मरदा नदी किनारे स्थित बागलता जंगल के समीप मंगल नगेशिया ने राजू को पहले जम कर पीटा. फिर पेट व सिर में गोली मार दी. नगेशिया ने घटनास्थल पर परचा भी छोड़ा है, जिसमें राजू की हत्या की जिम्मेवारी ली है. इसकी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राजीव रंजन पुलिस बल के साथ बागलता जंगल पहुंचे व राजू का शव बरामद किया. इधर, राजू की हत्या पर चरकाटांगर के लोग खुश हैं, क्योंकि उसके आतंक से पूरा गांव डरा हुआ था.
हथियार लेकर भागा था राजू : जनक्रांति संगठन के सुप्रीमो मंगल नगेशिया ने दूरभाष पर प्रभात खबर को बताया कि राजू गोप पहले उसके संगठन में था. वह हथियार लेकर भाग गया था. चरकाटांगर गांव की घटना की जानकारी मिलने के बाद राजू को भागते वक्त बागलता जंगल के पास पकड़ कर हत्या कर दी गयी.
राजू ने कई घटनाओं को अंजाम दिया था : इधर, चरकाटांगर की घटना के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए गुमला पुलिस अपराधी राजू को खोज रही थी. पुलिस उसे पकड़ने के लिए सोमवार को रात भर छापामारी अभियान चलाया, पर राजू हाथ नहीं लग पाया था. पुलिस के मुताबिक, राजू के खिलाफ कई कई आपराधिक मामले दर्ज थे. उसने एक माह के अंदर चरकाटांगर गांव में कई घटनाओं को अंजाम दिया था.