पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा
गुमला : झारखंड अलग राज्य के लिए सबसे बड़ा आंदोलन चला. अंतिम क्षण तक आजसू पार्टी लड़ाई लड़ती रही. इस लड़ाई में सिसई के धरती पुत्र डॉक्टर देवशरण भगत की अहम भूमिका रही. जिसका परिणाम है कि आज झारखंड अलग राज्य बना.
लेकिन आज भी झारखंड के सपने अधूरे हैं. उक्त बातें आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने कही. वे सिसई बाजार टांड़ में आयोजित आजसू पार्टी के सिसई विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इसमें सिसई, भरनो, बसिया, कामडारा प्रखंड के हजारों कार्यकर्ता भाग लिये.
श्री महतो ने कहा कि आजसू का मकसद झारखंड के गांवों का विकास करना है. क्योंकि आज भी कई गांव आजादी के पहले की तरह हैं. जहां पानी, बिजली, सड़क व शिक्षा का घोर अभाव है. राष्ट्रीय पार्टियां विकास के लिए नहीं, बल्कि शासन की राजनीति करते हैं. जो आज गांव में देखने को मिल रहा है. गांव के हर गरीब परिवार को 25 किलो अनाज देने का कानून बना है. लेकिन इसमें भी भेदभाव हो रहा है. प्रखंड के एक लाख ग्रामीणों के विकास के लिए प्रखंड कार्यालय बना है.
जब छात्र मैट्रिक पास करते हैं, तो प्रमाण पत्र बनाने में उन्हें व्यवस्था की मार ङोलनी पड़ती है. 34 हजार जनता पर एक डॉक्टर है. डॉक्टर के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं. 65 हजार युवा बेरोजगार है. इन्हें सरकार रोजगार देने की स्थिति में नहीं है. मैं जब ग्रामीण विकास मंत्री था तो यहां के पर्यटक स्थलों को भारत के मानचित्र पर लाने का प्रयास किया था.
जिसे वर्तमान सरकार ने धराशायी कर दिया. सिंचाई का साधन नहीं है. पलायन हो रहा है. शिक्षा की कमी है. अगर गुमला जिला में कोयला लोहा का पता चल जाता, तो अबतक रेल से गुमला जुड़ जाता. इससे पहले सुदेश के पहुंचने पर उसका भव्य स्वागत किया गया.