दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला के रोहन कुमार व लोहरदगा जिला के अभिनव कुमार ने एक इनोवेटिव सिस्टम बनाया है. इस सिस्टम के जरिए स्ट्रीट लाइट ऑटोमेटिक ऑन व ऑफ किया जा सकता है. दोनों युवाओं ने स्टार्टअप झारखंड हैकथॉन- 2019 में अपने इस सिस्टम की प्रस्तुति दी. दोनों छात्रों द्वारा बनाये गये इनोवेटिव सिस्टम को देखकर राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी प्रभावित हुए हैं.
उन्होंने एक लाख रुपये का चेक पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया है. यहां बता दें कि इस कार्यक्रम में 450 से भी ज्यादा ऑनलाइन आवेदन आये थे. जिसमें से 50 टॉप इनोवेटिव आइडियाज को चुना गया था. इसमें रोहन व अभिनव का भी आइडिया शामिल था.
रांची में यह हैकथॉन 22 और 23 जून को 24 घंटे लगातार चला. गुमला के रोहन कुमार (पिता – अजय कुमार पप्लू) और लोहरदगा के अभिनव कुमार (पिता – राजेश्वर प्रसाद साहू) ने एक टीम फॉर्म करके इस हैकथॉन में पहुंचे. इनके टीम का नाम था स्मार्ट झारखंड था. दोनों युवाओं ने आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग को यूज करके इनोवेटिव सिस्टम बनाया.
जिसमें स्ट्रीट लाइट ऑटोमेटिक ऑन एंड ऑफ हो सकती है. इनका यह सिस्टम इसलिए खास माना गया. क्योंकि इस सिस्टम में कोई भी सेंसर नहीं था. जब तेज बारिश होती है तो दिन के समय हमें दूर तक नहीं दिखाई पड़ता और स्ट्रीट लाइट्स ऑफ रहती है. बल्कि इनका सिस्टम इंसानों की आंखों को रीड करते हुए मौसम की जानकारी लेते हुए इन लाइट्स को कंट्रोल करता है.
इनका सिस्टम मौसम की जानकारी अथवा रोड पर लोगों की भीड़ को लेकर रात में भी बिजली की बचत करता है. ताकि ज्यादा से ज्यादा बिजली बच सके. रोहन का मानना है कि हर साल 513 मिलियन से भी ज्यादा बिजली बरबाद होती है. जिसके कारण गांव में बिजली की दिक्कत है. अगर इस सिस्टम को अपनाया जाये तो बिजली बचाया जा सकता है. जिससे कई गांव इन बचे बिजली से रोशन हो सकेंगे.
इनकी खुद की कंपनी भी है. जिसका नाम हंस स्क्वाड रोबोटिक प्राइवेट लिमिटेड है. इनकी कंपनी में इनोवेटिव आईडिया के लिए चार से पांच लोग काम करते हैं. इसमें रोहन कुमार (रोबोटिक्स इंजीनियर), अभिनव कुमार (सॉफ्टवेयर इंजीनियर), स्वेता टोप्पो (डिजाइनर) सहित कुछ कर्मचारी हैं.