।। दुर्जय पासवान ।।
इस पर नेहा ने अपने पिता से दो लाख रुपये की मांग की. परंतु उसके पिता रुपया देने में असमर्थ थे. दहेज की रकम नहीं मिलने पर ससुराल वालों ने नेहा को यातना देनी शुरू कर दिया. इसके अलावा पीड़िता को अलग कमरे में रखने लगे. खाना पीना में भी कटौती करने लगे. दो लाख रुपया की व्यवस्था नहीं करने पर दिसंबर 2017 को पति द्वारा मारपीट किया गया.
उस दौरान आवाज सुन कर सास, ससुर व ननद वहां पहुंच गयी. गाली गलौज करते हुए कहने लगी कि जबतक ये पैसा लेकर नहीं लाएगी तब तक उसे घर से निकाल दो. इसके बाद पीड़िता को घर से निकाल दिया गया. किसी प्रकार पीड़िता अपने घर पहुंची और परिवार वालों को घटना की जानकारी दी.
नेहा के घर वालों के काफी समझाने के बाद भी ससुराल वाले नहीं माने. जिसके बाद गुमला थाना में आवेदन दिया गया. जहां दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता कराया गया. समझौता के बाद ससुराल वाले नेहा को अपने साथ रांची ले गये, लेकिन इसके 15 दिन बाद पति व ससुर ने थाना में आवेदन देने की बात को लेकर प्रताड़ित करने लगे.
13 मई 2018 की रात को उसके साथ फिर से मारपीट की गयी. आवाज सुन कर आसपास के लोगों को जुटता देख ससुराल वालों ने मारना छोड़ दिया और धमकी दिया कि दो लाख रुपया लाओ तभी तुम्हें साथ रखेंगे. इसके बाद नेहा 14 मई को गुमला आ गयी. जिसके बाद गुमला थाना में फिर आवेदन दिया गया. जिस पर ससुराल वालों को नोटिस भेजा गया है. परंतु ससुराल वाले उपस्थित नहीं हुए. तब नेहा ने कोर्ट में केस की है.