खेत में काम कर रहे परिवार के मुखिया और उसकी पत्नी व बेटी की हत्या, हमला में घायल दो बेटियों की स्थिति गंभीर
गुमला : पालकोट थाना के तपकारा खटगांव में रविवार सुबह 10 बजे पारंपरिक हथियारों से लैस अज्ञात लोगों ने टहलू राम केवट (50), पत्नी लखपति देवी (45) व बेटी रूनी कुमारी (18) की हत्या कर दी. जबकि हमले में मृतक टहलू की बेटी रजनी कुमारी व फूलमनी कुमारी घायल हैं. पुलिस दोनों का गुमला अस्पताल में इलाज करा रही है.
पुलिस के अनुसार, हत्या प्रतिशोध में की गयी है. घटना के बाद गांव के सभी पुरुष फरार हैं. कुछ युवक थे, तो पुलिस के पहुंचने के बाद गांव छोड़ कर भाग गये. गांव में सिर्फ महिलाएं हैं. तिहरे हत्याकांड के बाद गांव में पुलिस फोर्स भर दिया गया है. तीनों की हत्या के बाद घटनास्थल पर खड़ी महिलाएं बोल रही थी कि हमलोगों ने तीनों को मारा, तो कुछ महिलाएं बोल रही थी कि किसने मारा, हमें मालूम नहीं है. एसपी अंशुमान कुमार, एएसपी सरोज कुमार, एसडीओ बच्चनदेव कुजूर, एसडीपीओ भूपेंद्र राउत के सामने भी महिलाएं खड़ी रहीं.
धान मिसनी कर रहे थे, तभी ग्रामीणों ने हमला किया : मृतक टहलू की बहन घुरनी देवी ने बताया कि रविवार सुबह 10 बजे टहलू अपनी पत्नी, तीन बेटियों व अन्य रिश्तेदारों के साथ धान मिसनी कर रहे थे. तभी एक परिवार के दर्जनों लोग लाठी-डंडा से लैस होकर पहुंचे. बिना कुछ कहे उन लोगों ने हमला कर दिया. सभी को दौड़ा दौड़ा कर मारने लगे. बचाने के लिए चिल्लाते रहे. लेकिन कोई बचाने के लिए आगे नहीं आया.
घटना का कारण : 25 नवंबर 2017 को टहलू के दामाद मोतीलाल केवट की शिकायत पर गांव के सोमरा लोहरा के पुत्र नंदलाल केरकेट्टा (22 वर्ष) को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
नंदलाल चकमा देकर थाना से भाग गया और कुएं में कूद आत्महत्या कर ली थी. उस समय नंदलाल की मौत का जिम्मेदार पुलिस व टहलू के परिवार को ठहराया गया. इसके बाद से दोनों परिवार में विवाद चल रहा था. इधर, तिहरे हत्याकांड के बाद नंदलाल की मां जमुना देवी भी घटनास्थल पर थी. उसने कहा कि टहलू का दामाद मोतीलाल लगातार हमारे गांव के लोगों को बम से उड़ाने की धमकी दे रहा था.