गुमला : पालकोट थाना क्षेत्र के कुलबीर अंबाकोना ग्राम में सोमवारी की रात पीएलएफआइ उग्रवादियों ने गांव की घेराबंदी करते हुए राम खड़िया की दो गोली मार कर हत्या कर दी. घटना की जिम्मेवारी लेते हुए पीएलएफआइ के एरिया कमांडर गुलाब खत्री ने कहा कि राम खड़िया जनक्रांति संगठन का समर्थक था. उसे पीएलएफआइ संगठन द्वारा कई बार चेतावनी दी गयी थी.
संगठन ने उसके खिलाफ फौजी कार्रवाई करते हुए मौत की सजा दी है. एरिया कमांडर गुलाब खत्री ने बताया कि राम खड़िया को मौत की सजा देने में सब जोनल कमांडर राजन जी, एरिया कमांडर प्रेम महतो सहित तीनों दस्तों के कुल 48 सदस्य शामिल थे.
मृतक के परिजनों ने बताया कि राम खड़िया का गांव के दो स्थानों पर घर है. वह सोमवार की शाम अपने कुलबीर वाले घर से निकल कर अंबाकोना वाले घर की ओर जा रहा था. इसी दौरान रास्ते में उसकी पीएलएफआइ उग्रवादियों से भिड़ंत हो गयी.
उसे पकड़ कर पीटते हुए कुलबीर नदीटोली ले गये. जहां दो गोली मार कर उसकी हत्या कर दी. घटना के बाद क्षेत्र में दहशत व्याप्त है. उल्लेखनीय है कि राम खड़िया के पुत्र चैतु खड़िया व भाई शनिचर खड़िया की हत्या भी उग्रवादियों द्वारा पूर्व में की जा चुकी है. इधर घटना की सूचना मिलने के बाद पालकोट थाना प्रभारी ने शव उठा कर लाने के लिए चौकीदार को भेज दिया. मगर घटनास्थल पर पुलिस के बड़े अधिकारियों के नहीं पहुंचने से ग्रामीण आक्रोशित थे और शव उठाने पहुंचे चौकीदार को ग्रामीणों व परिजनों ने शव को उठाने नहीं दिया.
मुखिया सुषमा केरकेट्टा ने आक्रोशित ग्रामीणों की बात से अवगत कराते हुए पालकोट थाना प्रभारी से संपर्क कर घटनास्थल पहुंचने की बातें कही. मगर थाना प्रभारी ने चौकीदार को भेज दिया है, कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया. मुखिया ने पुलिस अधीक्षक को इस बात की जानकारी देते हुए घटनास्थल पर पुलिस पदाधिकारी को भेजने की अपील की.
इस पर पुलिस अधीक्षक ने तत्काल थाना प्रभारी से संपर्क कर उसे घटनास्थल भेज कर शव को पंचनामा कर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू करने का निर्देश दिया. तब जाकर अपराह्न् 12:30 बजे पुलिस घटनास्थल पहुंच कर शव को कब्जे में कर मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया.